बाल-बाल बची मुंबई-हावड़ा मेल

रेलवे. राउरकेला से थी खराबी, टाटानगर में बदला गया कोच एसी कोच की ट्रॉली का फॉर्मेट टूट कर लटक रहा था, तेज आवाज के साथ ट्रेन चल रही थी 90 किमी की रफ्तार से जमशेदपुर : शनिवार को तड़के मुंबई- हावड़ा मेल हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गयी. 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 24, 2017 2:48 AM

रेलवे. राउरकेला से थी खराबी, टाटानगर में बदला गया कोच

एसी कोच की ट्रॉली का फॉर्मेट टूट कर लटक रहा था, तेज आवाज के साथ ट्रेन चल रही थी 90 किमी की रफ्तार से
जमशेदपुर : शनिवार को तड़के मुंबई- हावड़ा मेल हादसे का शिकार होने से बाल-बाल बच गयी. 90 किलोमीटर प्रतिघंटे की रफ्तार से चल रही इस ट्रेन के एसी कोच ए-2 के चक्के का फॉर्मेट (ट्राॅली) टूट कर नीचे पटरी से काफी करीब लटका हुआ था, बावजूद ट्रेन सीनी से 30 किलोमीटर का सफर तय कर किसी तरह टाटानगर पहुंची. यह संयोग था कि ट्राॅली टूट कर पटरी से नहीं सटी, वरना बड़ा हादसा हो सकता था. ट्रेन के टाटानगर स्टेशन पहुंचने पर जांच में फॉर्मेट (ट्राॅली) टूटने का पता चला. बाद में ट्रेन के एसी 2 कोच को बदल कर एसी-3 कोच जोड़ कर ट्रेन सुबह 5:20 बजे हावड़ा रवाना किया गया. इस दौरान 2.15 घंटे घंटे तक ट्रेन टाटा नगर स्टेशन पर खड़ी रही.
राउरकेला से ही आ रहा थी आवाज. रेल यात्रियों के अनुसार ट्रेन में राउरकेला स्टेशन से ही आवाज आ रहा थी. पर रात होने के कारण किसी ने इस ओर ध्यान नहीं दिया.
चौथी बोगी देखी, तो होश उड़े. टाटानगर में मैकेनिकल विभाग के कर्मियों ने जब इंजन की ए 2 बोगी को देखा, तो उनके होश उड़ गये. कोच के चक्का का फॉमेंट (ट्राॅली) टूट कर नीचे लटक रहा था. एक तरफ के दरवाजा की सीढ़ी नीचे की तरफ पूरी तरह से टूटी हुई थी. रेल लाइन से थोड़ा सा ऊंचा होने से ट्रैक पर बिछी गिट्टी लगने तथा ट्रेन के तेज रफ्तार से चलने से जोरदार आवाज आ रही है.

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