गुरुवार को एदल झोपड़ी के ग्रामीणों ने उपायुक्त को पत्र सौंपकर मामले की जांच की मांग की. ग्रामीणों ने बताया कि 19 दिसंबर को बागबेड़ा खरकई नदी के किनारे मैदान में सामाजिक कार्यक्रम आयोजित किया गया था. जिसमें धार्मिक चिह्न का झंडा फहराया गया. लेकिन भू-माफिया व असामाजिक तत्वों ने सामाजिक कार्यक्रम को देश विरोधी कार्यक्रम की संज्ञा दे दी. भू-माफिया स्थल की जमीन पर कब्जा करने के फेर में है.
प्रशासन कार्यक्रम स्थल का जाकर सही बात की जानकारी ले. ग्रामीणों ने कहा कि वह संविधान का सम्मान करते हैं. ग्रामीणों को राष्ट्र विरोधी बताकर घृणित कार्य किया गया है उन्हें इस आरोप से मुक्त किया जाये.