जमशेदपुर: पंचायत क्षेत्राें में लगाये जा रहे स्ट्रीट लाइट दो दिन में ही खराब हो जा रही है. जानकारी के अनुसार जमशेदपुर प्रखंड अंतर्गत 55 पंचायतों में सेंसर युक्त एलइडी स्ट्रीट लाइट लगाने का काम तेजी से चल रहा है. स्ट्रीट लगने से ग्रामीणों में खुशी थी. वहीं लाइट के दो दिनों में खराब हो जाने से लोग सवाल उठाने लगे हैं. इस संबंध में ग्रामीण मुखिया व पंचायत सचिव को खराब लाइट के बारे में जानकारी दे चुके हैं.
लाइट को बदलने व मरम्मत करने की मांग भी कर चुके हैं. वहीं इसकी कोई सुधी लेने वाला नहीं है. इस तरह का मामला परसुडीह क्षेत्र के पूर्वी हलुदबनी समेत अन्य पंचायत में देखने को मिला है. पूर्वी हलुदबनी पंचायत में अलग-अलग जगहों पर चार स्ट्रीट लाइट खराब हैं. यही स्थिति अन्य पंचायतों में भी है.
यहां खराब है लाइट. बागानटोला शिबू के दुकान के सामने, बनिया बस्ती एवं तालाब के सामने घोषाल स्टडी, विद्यासागर पल्ली क्लब के सामने.
पांच साल तक करना है मेंटेनेंस : सचिव. पूर्वी हलुदबनी पंचायत के पंचायत सचिव नवीन कुमार ने बताया कि स्ट्रीट लाइट की खरीदारी एजेंसी के माध्यम की गयी है. एजेंसी को लाइट में किसी तरह की तकनीकी खराबी होने पर पांच साल तक मेंटेनेंस का काम करना है. उसके साथ एग्रीमेंट किया गया है. एक-एक स्ट्रीट लाइट पर फिटिंग सहित 8500 रुपये लागत आयी है. खराब लाइट को एजेंसी को दुरुस्त करने को कहा जायेगा.
क्या कहते हैं बस्तीवासी
स्ट्रीट लाइट लगने के दो दिन बाद ही खराब हो गया. मुखिया को जानकारी दी थी. एक माह बीत जाने के बाद भी लाइट दुुरुस्त नहीं पाया है. ऐसे में सरकार द्वारा एक-एक स्ट्रीट लाइट पर 8500 रुपये खर्च करना बेकार है.
शिबू दास, बस्तीवासी
स्ट्रीट लाइट पर मोटी रकम खर्च हो रही है. वहीं इसका लाभ बस्तीवासियों को नहीं मिल रही है. लाइट की गुणवता की जांच होनी चाहिये.
मनोज दास, बस्तीवासी
ऐसे स्ट्रीट लाइट का क्या फायदा, जो जले ही नहीं. लाइट लगाकर सरकार के रुपयों का दुरूपयोग हो रहा है. सरकार राशि का उपयोग दूसरे विकास कार्य में लगाये.
कौशल्या पात्रो, बस्तीवासी