जमशेदपुर: छत्तीसगढ़ के बस्तर में हुए नक्सली वारदात का गहरा असर प्रदेश की अर्थव्यवस्था पर भी पड़ने वाला है. टाटा स्टील हालात सुधरने तक अपने छत्तीसगढ़ प्रोजेक्ट पर अस्थायी तौर पर ब्रेक लगा सकती है.
टाटा स्टील बस्तर में ही 5.5 मिलियन टन का ग्रीनफील्ड इंटीग्रेटेड स्टील प्लांट लगाने पर काम कर रही थी. पिछले दिनों छत्तीसगढ़ सरकार के साथ हुए एमओयू (समझौता) का नवीकरण किया गया था. वर्ष 2014 तक के लिए यह एमओयू किया गया है.
टाटा स्टील ने बस्तर जिले में ही 2044 हेक्टेयर जमीन की आवश्यकता छत्तीसगढ़ सरकार से जाहिर की है, जिसके लिए जमीन उपलब्ध कराने की मांग की गयी है. टाटा स्टील की ओर से ग्रामीणों को मुआवजा के रूप में 70 करोड़ रुपये जिला प्रशासन को दिया जा चुका है और करीब 27.35 करोड़ रुपये का भुगतान किया जाना अभी बाकी है. इस संबंध में टाटा स्टील के प्रवक्ता से बात करने की कोशिश की गयी लेकिन संपर्क नहीं हो सका.