दावा. सीएम रघुवर दास ने डॉ श्रीकृष्ण सिन्हा जयंती समारोह में की घोषणा, कहा
सीएम ने कहा
झारखंड में किसी को बीपीएल कार्ड की जरूरत नहीं पड़ेगी
गरीबी पर राजनीति करनेवाले लोगों की दुकानदारी होगी बंद
झारखंड नामधारी दल आज भी कर रहे बाहरी-भीतरी की राजनीति
झारखंड में जन्मा, पला बढ़ा हर व्यक्ति झारखंडी
महिलाओं व युवाओं के उद्यमिता विकास के किये जा रहे प्रयास
जमशेदपुर : झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास ने कहा है कि वर्ष 2022 तक राज्य से गरीबी खत्म हो जायेगी. बीपीएल कार्ड की जरूरत ही नहीं पड़ेगी. श्री दास ने दावा किया कि सरकार राज्य में किसी भी नागरिक को गरीब और बेघर नहीं रहने देगी. गरीबी के नाम पर राजनीति करने वालों को समझ लेना चाहिए कि राज्य की सत्ता पर मजदूर बैठा है तथा गरीबी के नाम पर राजनीति करनेवालों की दुकानदारी खत्म करने का हमने संकल्प लिया है. श्री दास शनिवार की शाम को बिष्टुपुर स्थित श्रीकृष्ण सिन्हा संस्थान में आयोजित श्रीकृष्ण सिन्हा की 131वीं जयंती समारोह को बतौर मुख्य अतिथि बोल रहे थे.
अविभाजित बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में डॉ श्रीकृष्ण सिन्हा के योगदान को याद करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि झारखंड की गरीबी दूर करने के लिए ही श्रीकृष्ण बाबू ने इस इलाके को उद्योग की स्थापना के लिए चुना था. टेल्को की एक घटना की जिक्र करते हुए रघुवर दास ने कहा कि जिस तरह श्रीकृष्ण बाबू ने कंपनी विवाद में बाहरी और भीतरी की राजनीति को नकार दिया था. ठीक उसी तरह राज्य की वर्तमान सरकार भी झारखंड में बांटने की राजनीति खत्म करने के लिए काम कर रही है. उन्होंने कहा कि झारखंड नामधारी दल लगातार वोट बैंक के लिए बाहरी और भीतरी का मुद्दा उठाते रहते हैं. सरकार का दृढ़ विश्वास है कि जाति, धर्म, संप्रदाय के नाम पर राजनीति विकास का मार्ग प्रशस्त नहीं कर सकती. झारखंड सरकार का विश्वास है कि झारखंड में पैदा हुआ, पला, बढ़ा हर शख्स झारखंडी है.
यही कारण है कि सरकार बनने के तत्काल बाद सरकार ने स्थानीय नीति तय कर दी. उन्होंने झारखंड में औद्योगिक विकास एवं महिलाओं व युवाओं के उत्थान के लिए किये गये प्रयास का सिलसिलेवार विवरण दिया. मुख्यमंत्री ने डॉ श्रीकृष्ण सिन्हा पर पत्रिका के प्रकाशन के लिए तीन लाख रुपये के आर्थिक सहयोग देने की घोषणा की. कहा कि पत्रिका के नियमित प्रकाशन के लिए सरकार की ओर से लगातार विज्ञापन दिये जायेंगे.
जाति की राजनीति ने बिहार को बर्बाद किया : पीएन सिंह
कार्यक्रम में विशिष्ट अतिथि धनबाद के सांसद पीएन सिंह ने कहा कि श्रीकृष्ण सिन्हा के निधन के लगभग 60 वर्ष बाद झारखंड में उनकी जयंती मनाया जाना यह साबित करता है कि उनका व्यक्तित्व एवं भारतीय राजनीति में योगदान कितना अहम रहा. सिंह ने कहा कि जाति के नाम पर राजनीति करने वालों ने बिहार को बर्बाद किया.
सिंह ने स्वतंत्रता के बाद बिहार के विकास के लिए श्रीकृष्ण सिन्हा के योगदान को याद किया. कहा कि अगर धनबाद, बोकाराे आज झारखंड का हिस्सा है, तो इसका पूरा श्रेय श्रीकृष्ण सिन्हा को जाता है. कार्यक्रम को मुख्य वक्ता बिहार के मुंगेर से अाये पूर्व प्राचार्य डॉ सत्येन्द्र अरुण ने संबोधित किया. अध्यक्षता बेगूसराय से आये पत्रिका समय सुरभि अनंत के संपादक नरेंद्र कुमार सिंह ने की.
20 हजार लोगों ने ग्रहण किया महा प्रसाद
पूर्व मुख्यमंत्री अर्जुन मुंडा द्वारा घोड़ाबांधा स्थित आवास के सामने मां काली की आराधना के बाद महाप्रसाद का आयोजन शनिवार को किया गया. इसमें मुख्यमंत्री रघुवर दास, विधानसभा अध्यक्ष दिनेश उरांव, स्वास्थ्य मंत्री रामचंद्र चंद्रवंशी, खाद्य आपूर्ति मंत्री सरयू राय, श्रम मंत्री राज पालिवाल, केंद्रीय मंत्री सुदर्शन भगत, सांसद विद्युत वरण महतो, धनबाद सांसद पशुपति नाथ सिंह, पलामू सांसद बीडी राम सहित करीब 20 हजार श्रद्धालुओं ने शिरकत की. इनके अलावा प्रमुख लोगों में विधायक साधु महतो, लक्ष्मण टुडू, मेनका सरदार, सांसद व भाजपा प्रदेश अध्यक्ष लक्ष्मण गिलुआ, पूर्व प्रदेश अध्यक्ष डॉ दिनेशानंद गोस्वामी, यदुनाथ पांडेय, राधा कृष्ण किशोर, रामकुमार पाहन, झामुमो के पूर्व विधायक रामदास सोरेन, आजसू के फिरोज खान, कांग्रेस के अजय सिंह, विजय खान, जिला परिषद उपाध्यक्ष राजकुमार सिंह, बड़कुंवर गागराई, विकास सिंह, विहिप से अरुण सिंह, किशोर गोलछा, आरएसएस से वी नटराजन, आलोक पाठक, संजीव, कॉरपोरेट से टाटा मोटर्स के एबी लाल, रवि सिंह, टाटा स्टील के वीपी सुनील भाष्करण, जुस्को के एमडी आशीष माथुर, मजदूर नेता राकेश्वर पांडेय की उपस्थिति उल्लेखनीय है.