जमशेदपुर: श्रद्धा व भक्ति के माहौल में दुर्गा पूर्जा के समापन के साथ ही प्रतिमाओं के विसर्जन सुवर्णरेखा, खरकई नदी व अन्य घाटों पर शनिवार को कर दिया गया. लगभग सभी नदी घाटों पर प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद आस्था के अवशेष बिखरे पड़े हैं. पूजन सामग्री, भगवान पर चढ़े कपड़े, चुनरी, कलश घट, दीया, फोटो, छोटी-बड़ी सैकड़ों मूर्तियों के लिए बनाये गये (बांस-लकड़ी के स्ट्रक्चर) आदि नदी घाट पर प्रदूषण बढ़ा रहे हैं. सबसे अधिक गंदगी सुवर्णरेखा नदी घाट किनारे दिख रही है. यही हाल कपाली, बिष्टुपुुर बेलीबोधनवाला घाट, भुइयांडीह लाल भट्ठा सुवर्णरेखा घाट, कदमा सत्ती घाट, ट्रांसफॉर्मर घाट की है.
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सुवर्णरेखा घाट : गंदगी, पूजन सामग्री, प्रतिमाओं के विसर्जन से प्रदूषण बढ़ा, तटों पर बिखरे आस्था के अवशेष
जमशेदपुर: श्रद्धा व भक्ति के माहौल में दुर्गा पूर्जा के समापन के साथ ही प्रतिमाओं के विसर्जन सुवर्णरेखा, खरकई नदी व अन्य घाटों पर शनिवार को कर दिया गया. लगभग सभी नदी घाटों पर प्रतिमाओं के विसर्जन के बाद आस्था के अवशेष बिखरे पड़े हैं. पूजन सामग्री, भगवान पर चढ़े कपड़े, चुनरी, कलश घट, दीया, […]
बारिश में अवशेष बहकर फैल गयी. रविवार की सुबह बारिश के कारण साकची सुवर्णरेखा और खरकई नदी के घाट किनारे स्थित पूजन सामग्री व गंदगी नदी में बह गयी. कई जगह बालू में पूजन सामग्री फंसी हुई है.
साफ-सफाई के लिए दोमुहानी बना उदाहरण. दोमुहानी नदी घाट को आदर्श घाट घोषित किया गया है. जुस्को, जिला प्रशासन, केंद्रीय दुर्गापूजा समिति के अनुशासन अौर जागरूकता के कारण इस कारण यहां की नदी घाट साफ-सुथरी रही. पूजा सामग्री को एक जगह इकट्ठा किया गया था. साथ ही उसे एकत्रित करने के लिए बड़ा कूड़ादान भी रखा गया था.
एक-दो दिनों में साफ-सफाई करायी जायेगी. जमशेदपुर के सुवर्णरेखा नदी, भुइयांडीह घाट, कपाली व सत्ती घाट समेत खरकई नदी के सभी घाट व तालाब घाटों की सफाई एक-दो दिनों के अंदर करायी जायेगी. इसके लिए जुस्को समेत सभी कॉरपोरेट कंपनियों, जमशेदपुर अक्षेस, मानगो अक्षेस, जुगसलाई नगरपालिका के विशेष पदाधिकारी को निर्देश दिया जा चुका है.
प्रभात कुमार, एसडीओ, धालभूम अनुमंडल, जमशेदपुर
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