सिटी एसपी प्रशांत अानंद ने भी गिरफ्तार आरोपियों से पूछताछ की. पुलिस सूत्रों के मुताबिक 19 सितंबर को खाता हैक करने के बाद 25 लाख रुपये राजीव रंजन के खाता में ट्रांसफर किये गये. दूसरे दिन पुलिस को जानकारी होने पर पुलिस ने बैंक अधिकारियों की मदद से राजीव रंजन के खाता को फ्रीज करवा दिया और उसकी तलाश में बिहार जा पहुंची.
22 सितंबर को राजीव रंजन पटना के यस बैंक में रुपये निकालने पहुंचा था. वहां पहले से पुलिस तैनात थी. खाता फ्रीज होने के बाद राजीव रुपये नहीं निकाल सका और यस बैंक के मैनेजर से जानकारी लेने पहुंचा. तभी पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया. राजीव के बयान के आधार पर पुलिस ने उसकी पत्नी व अन्य एक युवक को पकड़ा है.
पुलिस मामले का खुलासा मंगलवार को कर देगी. लखीसराय के आकिब ने खाता में ट्रांसफर की थी राशि : राजीव ने बताया है कि लखीसराय के अंचलाधिकारी के चालक मो वसी का बेटा आकिब ने उसके खाता में रुपये ट्रांसफर कर उसे जानकारी दी. पुलिस ने जांच में पाया है कि आकीब रांची से भी साइबर अपराध के मामले में जेल जा चुका है. मामले में पुिलस टीम एक युवक की तलाश में कोलकाता में छापेमारी कर रही है.