जमशेदपुर. जमशेदपुर के लोगों की अमानत और रुपया फर्जी चिटफंड कंपनियां लूट रही है. हर वर्ष शहर के कई जगहों पर चल रही चिटफंड कंपनी के द्वारा लोगों का लाखों रुपया लेकर चंपत होने की सूचना मिल रही है. कहीं पैसा का डबल करने का झांसा और कहीं ज्यादा लाभांश देने का झांसा के नाम पर जनता से ठगी की जा रही है. शिकायत होने के बाद पुलिस सक्रिय होकर छापामारी करने के लिए निकलती तो है लेकिन कंपनी के पता पर पहुंचने के बाद वहां पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं आता है, क्योंकि कंपनी पंजीकरण के दौरान फर्जी पता ही दर्ज करवाती है. चिटफंड कंपनियां दूरदराज के इलाकों में फैले हजारों एजेंटों के नेटवर्क के जरिए धन उगाही कर रही है. एजेंट कमीशन के लालच में दूसरों को फंसाने का काम करते है.
निवेशक भी इनके मायाजाल में फंसते हैं और बिना आगा-पीछा सोचे अपनी पेट काट कर जमा की गई पूंजी एजेंट के हाथों में सौंप देते हैं. इन सभी मामलों में पुलिस की तमाम चेतावनियों के बावजूद जनता अपनी कमाई गंवा रहे हैं. वहीं दूसरी ओर सीतारामडेरा पुलिस ने रियल स्टेट कंपनी श्री वालिस ग्रुप ऑफ कंपनी के कार्यालय बाराद्वारी में छापामारी कर कई प्रकार की जानकारी प्राप्त की है.
वहीं जमशेदपुर के रहने वाले कंपनी के संचालक व विजया गार्डेंन निवासी राजेश कुमार झा के घर पर भी सीतारामडेरा पुलिस ने जानकारी प्राप्त करने के लिए गयी थी. लेकिन वहां से भी पुलिस को कोई बड़ी जानकारी प्राप्त नहीं हुई. सीतारामडेरा थाना प्रभारी श्री उरांव ने बताया कि पुलिस टीम का गठन कर इस मामले की जांच कर रही है.
केस : 1
जशोदा ग्रुप ऑफ कंपनीज ने महिलाओं को बनाया निशाना. पांच वर्ष में राशि दोगुनी करने का लालच देकर जशोदा ग्रुप ऑफ कंपनीज (नन बैंकिंग) का संचालक जमशेदपुर और आसपास की महिलाओं से करोड़ों रुपए लेकर फरार हो गया. कंपनी ने महिलाओं को स्वावलंबी बनाने की बात की थी. जशोदा ग्रुप ऑफ कंपनीज का मानगो स्थित शक्ति अपार्टमेंट में कार्यालय था. 2010 में कंपनी की शुरुआत हुई थी. इसका मुख्यालय कोलकाता के दमदम में बताया गया था.
केस : 2
करोड़ों रुपये लेकर चिटफंड कंपनी फरार. शहर के कई लोगों को अपने जाल में फंसा कर करीब 20 लाख रुपये की ठगी कर कोलकाता की चिटफंड कंपनी कोलकाता वायर इंडस्ट्री लिमिटेड वर्ष 2015 में ही फरार हो चुकी है. इस कंपनी का साकची के कालीमाटी रोड स्थित कुंती टावर में दफ्तर था. इसमें लोगों ने रिटायरमेंट सहित अन्य मोटी कमाई का पैसा अधिक लाभांश लेने के चक्कर में जमा करवाया था. कंपनी के प्रबंध निदेशक रतन कुमार और लुकमान अंसारी ने कहा था सभी ग्राहकों का पैसा वापस कर दिया जाएगा. लेकिन अब वे भूमिगत हैं.
केस : 3
विदेश भेजने के नाम पर हजारों युवकों को लगाया चूना. विदेश में नौकरी दिलाने के नाम पर लाखों रुपये की ठगी कर ओरिएंटल ओवरसीज कंपनी का संचालक जुलाई 2017 में फरार हो गया था. कंपनी प्रबंधन ने कालीमाटी रोड में ओरिएंटल ओवरसीज का कार्यालय खोला था. कंपनी के मालिक अशोक कुमार के खिलाफ गोलमुरी थाना में शिकायत भी दर्ज है. लेकिन शिकायत के बाद भी अब तक पुलिस को कोई सफलता नहीं मिली है.
रियल एस्टेट के नाम पर ठगे 25 करोड़
रियल एस्टेट के नाम पर पैसा दुगना करने का झांसा देकर रियल स्टेट कंपनी श्री वालिस ग्रुप ऑफ कंपनी के संचालक 25 करोड़ रुपया से ज्यादा रकम लेकर फरार हो चुका है. इस कंपनी का मेन ऑफिस प्लॉट नंबर 1266/10,सेक्टर 11,भरकट नगर थाना कटक, ओड़िशा में है. जमशेदपुर में विजया गार्डेन रजनीगंधा के 2242 के रहने वाले राजेश कुमार झा बाराद्वारी स्थित क्वार्टर नंबर 50, 54 और 58 में कार्यालय चला रहा था. इसके मुख्य संचालक रंजन विशाल, श्वेता विश्वाल, सुम्बित महंती, सुब्रत राय सभी कटक ओड़िशा के रहने वाले हैं. संचालक के फरार होने के बाद निवेशकों ने पहले एसएसपी अनूप टी मैथ्यू को घटना के बारे में जानकारी दी. वर्ष 2009 में रियल स्टेट कंपनी श्री वालिस ग्रुप ऑफ कंपनी को बाराद्वारी के क्वार्टर में खोला गया था. कंपनी ने सभी ग्राहकों को मूलधन के अलावा भी ज्यादा से ज्यादा लाभांश देने का झांसा दिया था. करीब आठ वर्ष तक लोगों को झांसा देकर पैसा लेने के बाद कंपनी का कार्यालय अगस्त 2017 में बंद कर दिया गया.