गम्हरिया. अंधेरे की मार झेल रहे रापचा पंचायत के पिंड्राबेड़ा स्कूल टोला में आठ वर्ष बाद विद्युत आपूर्ति बहाल हुई. झामुमो व मुखिया के प्रयास से यहां लगाये गये 25 केवीए का ट्रांसफॉर्मर के उद्घाटन के दौरान झामुमो प्रखंड अध्यक्ष अमृत महतो, मुखिया सुकमति मार्डी व पंसस कविता हांसदा ने संयुक्त रूप से बताया कि वर्ष 2009 में ट्रांसफॉर्मर खराब होने के बाद विभाग द्वारा एक दस केवीए का नया ट्रांसफॉर्मर उपलब्ध कराया गया था, जो उसी दिन जल गया.
तब से उक्त गांव के ग्रामीण अंधेरे में जीने को विवश थे. आठ वर्ष बाद गांव में विद्युत आपूर्ति बहाल होने से ग्रामीणों में हर्ष व्याप्त है. गांव में बिजली आने की खुशी में ग्रामीणों द्वारा जश्न मनाया गया. इस मौके पर मांझीबाबा टीकाराम बेसरा, उदय मार्डी, सोनाराम माझी, बरखा हेंब्रम आदि शामिल थे.
बिजली बिल माफ करने की उठी मांग
ग्रामीणों ने आठ वर्ष की बिजली बिल माफ करने की मांग विभाग से की है. ग्रामीणों ने बताया कि 2009 से विद्युत आपूर्ति ठप रहने के बावजूद ग्रामीणों को हर माह बिजली बिल आ ही रहा है. ग्रामीणों ने बताया कि लगभग 20 की संख्या में निवास करने वाले उक्त बस्ती में 2009 से फरवरी 2017 तक लगभग 50 हजार रुपये बिल आया है, जिसे चुकाने में ग्रामीण समर्थ नहीं है. इसको देखते हुए बिल माफ करने की मांग की गयी.
विधानसभा में उठेगा ट्रांसफॉर्मर का मामला
प्रखंड अध्यक्ष अमृत महतो ने बताया कि विभाग के पास 25 केवीए का ट्रांसफॉर्मर नहीं होने की वजह से इतने दिनों तक उक्त गांव के लोगों को अंधेरे की मार से जुझना पड़ा. 25 केवीए का टांसफॉर्मर उपलब्ध नहीं होने के कारण निजीस्तर पर खराब ट्रांसफॉर्मर की मरम्मत कर काम चलने लायक बनाया गया है. मामले को गंभीरता से लेते हुए विधायक चंपई सोरेन द्वारा 25 जुलाई को मामले से संबंधित प्रश्न ऊर्जा विभाग को सौंपा गया है, मॉनसून सत्र के दौरान दस अगस्त को विस में मामला उठाया जायेगा. साथ ही ट्रांसफॉर्मर की कमी की समस्या को दूर करते हुए सरायकेला विस क्षेत्र के 12 गांवों को 25 केवीए का टांसफॉर्मर उपलब्ध कराने की मांग की गयी है.
ये 12 गांव हैं शामिल
गम्हरिया प्रखंड: माहतानडीह, भदुआगोड़ा, विश्रामपुर, श्रीधरपुर, पिंड्राबेड़ा.
राजनगर प्रखंड: ईचागोड़ा, मातकमबेड़ा, चिरिया पहाड़ी, जोदूडीह, मझगांव, निधिरगुटू, काशिदा.