पाथरडीह स्कूल को लेकर बार- बार शिकायत के बाद भी इसकी मरम्मत की दिशा में पहल नहीं की गयी है. स्कूल के हेडमास्टर रवि नरेश ने बताया कि 1969 में स्थापित पाथरडीह स्कूल में भवन के साथ साथ टेबुल कुर्सी तक की सुविधा नहीं है. बच्चे जहां पठन पाठन करते है वहीं बगल में योगा करते हैं. पाथरडीह स्कूल में 67 बच्चे हैं.
पाथरडीह के बुद्धेश्वर महतो ने कहा कि बच्चों के पठन पाठन की असुविधाअों को देखते हुए स्कूल प्रबंधन कमेटी, अभिभावक, वार्ड सदस्य व ग्राम प्रधान के संयुक्त तत्वावधान में पिछले सात वर्षों से लगातार बीर्इअो से लिखित शिकायत की जा रही है. लेकिन अब तक कोई समाधान नहीं निकल पाया है.