जमशेदपुर: जमशेदपुर में बड़ी संख्या में वृहद, मंझोले, छोटी और माइक्रो इंडस्ट्री है. एक्सएलआरआइ और एनएमएल जैसे बड़े संस्थान भी हैं. अगर स्किल इकोसिस्टम पर फोकस किया जाए तो राष्ट्रीय स्तर पर जमशेदपुर एक स्किल डेवलपमेंट सेंटर के रूप में अहम जिम्मेदारी निभा सकता है. यह कहना है कि एनएसडीएस (नेशनल स्किल डेवलपमेंट कॉरपोरेशन) दिल्ली के सीआेआे (चीफ ऑपरेटिंग ऑफिसर) अतुल भटनागर का. श्री भटनागर सीआइआइ (कनफेडरेशन ऑफ इंडिया इंडस्ट्री) द्वारा मंगलवार को बिष्टुपुर स्थित एक होटल में आयोजित सेमिनार काे संबाेधित कर रहे थे. उन्होंने कहा कि सर्विस सेक्टर से अधिक रोजगार उत्पादन सेंटर में मिलता है.
इसलिए उत्पादन सेक्टर के ध्यान में रखकर जमशेदपुर में स्किल को बढ़ावा मिलेगा तो यहां अधिक से अधिक रोजगार का सृजन होगा और स्किल इकोसिस्टम को भी बढ़ावा मिलेगा. उन्होंने कहा कि स्किल के लिए सर्टिफिकेट से अधिक महत्व अनुभव का होता है. अनस्किल की तुलना में अनुभवी स्किल अच्छा व गुणवत्तायुक्त उत्पादन कर सकता है. सेमिनार में मुख्य रूप से एसिया के अध्यक्ष इंदर अग्रवाल, महासिचव संताेष खेतान, आइडीटीआर के जीएम आनंद दयाल, मारुति के जीएम एलके गुप्ता, कैप्टन अमिताभ इंद्रानील दासगुप्ता, राहुल सिंह, एके श्रीवास्तव समेत काफी सदस्य माैजूद थे.
उद्योगाें की जरूरतों के अनुसार होगा स्किल डेवलप : अमिताभ बख्शी. सीआइआइ झारखंड के स्किल डेवलप संयोजक अमिताभ बक्शी ने कहा कि उद्योगाें की जरूरतों के अनुसार स्किल डेवलपमेंट किया जायेगा, ताकि उद्योग की डिमांड को पूरा किया जा सके. उन्होंने कहा कि इसके लिए सर्वे किया जा रहा है. सर्वे रिपोर्ट के अनुसार स्किल डेवलप किया जायेगा.
उद्यमियाें की डिमांड काे देखेंगे : नीरजकांत . सीआइआइ जमशेदपुर सेंटर के चेयरमैन सह आइएसडब्ल्यूपी के एमडी नीरजकांत ने कहा कि आदित्यपुर औद्योगिक संगठन और उद्योगपतियों के बीच समन्वय स्थापित कर यहां स्किल डेवलप को बढ़ावा दिया जायेगा. उद्यमियाें की डिमांड काे ध्यान में रखा जायेगा. सीआइआइ आदित्यपुर औद्योगिक क्षेत्र की जरुरतों के मद्देनजर स्किल को बढ़ावा देगा.
सीआइआई प्रोमोट कर रहा स्किल इकोसिस्टम: सुनील भास्करन
सीआइआइ झारखंड के चेयरमैन सह टाटा स्टील के उपाध्यक्ष सुनील भास्करन ने कहा कि सीआइआइ स्किल इकोसिस्टम के तहत झारखंड में स्किल डेवलपमेंट को बढ़ावा देने के लिए काम कर रही है. इसको लेकर स्किल गुरुकुल सेंटर भी स्थापित किया है. जमशेदपुर, चाईबासा, सरायकेला, बुंडू, सिमडेगा इत्यादि सेंटर शामिल है, जिसके माध्यम से मैट्रिक फेल बीपीएल परिवार के बच्चों को स्किल डेवलप किया जा रहा है.