जमशेदपुर : घाटशिला के काड़ाडूबा पंचायत के हुलुंग में चलायी जा रही नकली अंग्रेजी शराब फैक्ट्री से कोल्हान के तीनों जिले पूर्वी सिंहभूम, पश्चिम सिंहभूम अौर सरायकेला-खरसावां के साथ-साथ अोड़िशा अौर बंगाल बॉर्डर के क्षेत्रों में आपूर्ति की जाती थी. यह जानकारी उत्पाद निरीक्षक अजय कुमार ने बर्मामाइंस स्थित देसी शराब मद्य भंडार में आयोजित प्रेस वार्ता में दी. उत्पाद निरीक्षक ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर सहायक उत्पाद आयुक्त मनोज कुमार के नेतृत्व में नक्सल प्रभावित हुलुंग गांव में अद्वेत दास उर्फ आदित्य दास के घर में छापामारी की गयी.
शनिवार की रात नौ से लेकर ढाई बजे तक चली छापामारी में लगभग दस लाख का माल बरामद किया गया. वहीं जांच में यह बात सामने आयी है कि अवैध शराब फैक्ट्री पिछले दो-तीन सालों से चलायी जा रही थी. यह हाल के दस-बारह वर्षों में कोल्हान की सबसे बड़ी बरामदगी है. जांच में सामने आयी है कि फैक्ट्री में रात में नकली शराब तैयार की जाती थी अौर सुबह में आपूर्ति की जाती थी. उत्पाद निरीक्षक ने बताया कि अवैध फैक्ट्री घाटशिला के बंटी सरदार उर्फ चरणजीत सिंह द्वारा चलाया जाता था
अौर उनके पार्टनर प्रकाश राम, बिलटू चौपाल उर्फ बिलटू मंडल, शंकर गोराई, नीरज गुप्ता है. इन सभी लोगों पर चाईबासा, सरायकेला समेत अन्य स्थानों में पूर्व से मामला दर्ज है अौर ये लोग जेल जा चुका है. अवैध फैक्ट्री का संचालन स्थानीय स्तर पर जगबंधू दास एवं बासू दास (दोनों चचेरे भाई) करते थे. उत्पाद विभाग की छापामारी में नकली शराब फैक्ट्री से थर्मामीटर व हाइड्रो मीटर मिले हैं, जिससे शराब बनाने में कितनी स्प्रीट मिलानी है, जिससे लोगों की जान नहीं जाये इसकी जांच की जाती थी. साथ ही वहां से भारी मात्रा में इएनए स्प्रीट मिला है, जिससे शराब बनाने से गंध नहीं निकलता था.