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बनेंगे 1700 डोभा, पोखर व तालाब
डीसी ने की अफसरों के साथ बैठक, जल संचय पर लिया निर्णय हजारीबाग : बारिश का पानी अधिक से अधिक रोकने के लिए सरकार की ओर से डोभा, तालाब व पोखर का निर्माण होगा. इसके लिए जनप्रतिनिधि व बीडीओ को जानकारी दे दी गयी है. सूचना भवन में आयोजन मनरेगा की बैठक में उक्त बातें […]
डीसी ने की अफसरों के साथ बैठक, जल संचय पर लिया निर्णय
हजारीबाग : बारिश का पानी अधिक से अधिक रोकने के लिए सरकार की ओर से डोभा, तालाब व पोखर का निर्माण होगा. इसके लिए जनप्रतिनिधि व बीडीओ को जानकारी दे दी गयी है. सूचना भवन में आयोजन मनरेगा की बैठक में उक्त बातें डीसी मुकेश कुमार ने कही. बैठक की अध्यक्षता करते हुए उपायुक्त ने बताया कि इस वित्तीय वर्ष के लिए 1700 डोभा, पोखर व तालाब का निर्माण किया जाना है. इसकी स्वीकृति दे दी गयी है. उपायुक्त ने बताया कि पंचायतों में वर्कर तथा सक्रिय जॉब कार्ड होल्डर की संख्या बढ़ाने के लिए विशेष अभियान चलाया जायेगा. सभी पंचायतों में 100 एक्टिव वर्कर बहाल किये जायेंगे.
उन्होंने कहा कि वर्षा ऋतु में अधिक से अधिक जल संचय हो तथा पानी का रिस्टोरेज हो, इसके लिए प्रयास करना है. जून में बारिश के समय खेतों में मेढ़ों में गड्ढाखोदकर पानी रोकने की योजना बनाना है.
इसके लिए भू-सर्वेक्षण कार्यालय के माध्यम से 30-30 फीट से छोटे डोभा का बड़े पैमाने पर निर्माण करना है. पोकलेन मशीन के माध्यम से खुदाई कर डोभा का निर्माण करने की बात उन्होंने कही. बड़े डोभा तालाब ग्राम सभा के माध्यम से मनरेगा के मजदूरों द्वारा किया जाना है. उपायुक्त ने सभी प्रखंड विकास पदाधिकारी तथा जनप्रतिनिधियों को शुक्रवार को विशेष ग्रामसभा सभी प्रखंडों में आयोजित कर अतिरिक्त डोभा लाभुकों को चयन कर स्वीकृति दे सकते हैं. उन्होंने कहा कि सिरीज डोभा बनाकर बारिश का पानी संचित किया जा सकता है. उपायुक्त ने कहा कि वैकल्पिक निदानों से कोई भी समस्या का समाधान नहीं किया जा सकता. डीप बोरिंग अस्थायी पानी की समस्या का समाधान कर सकता है, परन्तु बारिश का पानी भूमिगत जल को बढ़ाता है. तीन मई को सभी जनप्रतिनिधि डोभा निर्माण कार्य का शुभारंभ करेंगे. अक्तूबर माह में सिंचाई योजनाओं को मनरेगा के माध्यम से किया जायेगा.
उपायुक्त ने कहा कि चुरचू को दो माह में खुले में शौचमुक्त किया गया. इसमें जनप्रतिनिधियों तथा स्थानीय लोगों का भरपूर सहयोग मिला. उन्होंने कहा कि चार और प्रखंड टाटीझरिया, दारू, डाडी व कटकमदाग को खुले में शौचमुक्त किया जाना है. 15 अगस्त तक इन प्रखंडो को ओडीएफ बनाना है. पिछले वर्ष 25 पंचायतों को साक्षर किया गया तथा इस वर्ष पुन: 25 पंचायतों को साक्षर बनाने का लक्ष्य रखा गया है. उन्होंने कहा कि सभी ओडीएफ पंचायतों को साक्षर बनाया जायेगा. बैठक में डीडीसी, सांसद प्रतिनिधि, विधायक प्रतिनिधि, प्रमुख, बीडीओ व सभी प्रखंड कार्यक्रम पदाधिकारी
व स्वयं सहायता समूह के लोग उपस्थित थे.
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