हजारीबाग : संत जेवियर स्कूल में प्रति वर्ष की भांति इस वर्ष भी महान संत फ्रांसिस जेवियर की जयंती तीन दिसंबर को मनायी जायेगी. कार्यक्रम का शुभारंभ सुबह सात बजे मिस्सा पूजा से होगा. नौ बजे उनको एसेंबली में श्रद्धांजलि दी जायेगी. उसके बाद क्रॉस कंट्री दौड़ 9.30 बजे झील परिसर में होगी.
यह जानकारी प्राचार्य फादर पीजे जेम्स ने दी.
कौन थे संत फ्रांसिस जेवियर : संत फ्रांसिस जेवियर स्पेन के नवारे राज्य के रहनेवाले थे. उनका जन्म सात अप्रैल 1506 को हुआ था. 19 वर्ष की उम्र में 1524 में वे पेरिस यूनिवर्सिटी गये. उन्होंने वहां दर्शनशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि ली. यहीं पर उनकी पहली मुलाकात महान विद्वान व संत इंग्नासियुस लोयोला से हुई. संत इग्नासियुस ने संत फ्रांसिस जेवियर को जीवन का महत्व बताया.
कहा कि यदि वह सारी दुनिया कमा लें और अपनी आत्मा खो दें तो मनुष्य होने का क्या लाभ? यह सवाल एवं जीवन दर्शन ने उन्हें आध्यात्मिक दिशा की ओर मोड़ दिया. 24 जनू 1537 को उनका पुरोहिताभिषेक हुआ. 1542 में गोवा पहुंचे.
वह भारत से मलेशिया वहां से मालकुश और अंत में 1549 में जापान गये.1552 में संत फ्रांसिस जेवियर चीन जाना चाहते थे. लेकिन उनका सपना पूरा नहीं हुआ. क्योंकि जिस व्यापारी ने उनको चीन लेकर जाने की बात की थी. वह नहीं आया. उसके इंतजार में उनका 1552 में निधन हो गया. 1690 में उन्हें धन्य घोषित किया गया तथा 1622 में संत घोषित किये गये.