– हथियार का सुराग नहीं, पूछताछ जारी
– मंत्री की सुरक्षा में लगे जवानों के हथियार चोरी का मामला
– हथियार की सूचना देनेवाले को पांच लाख का इनाम
हजारीबाग : पेयजल स्वच्छता व उत्पाद मंत्री जयप्रकाश भाई पटेल के सुरक्षा कर्मियों से हथियार चोरी मामले में जैप-1 के दो जवान, विशेष शाखा के एक कांस्टेबल, दो निजी चालक सहित सुरक्षा में लगे सभी जवानों से पूछताछ जारी है. अब तक के पूछताछ में पुलिस को कोई ठोस सुराग नहीं मिला है.
48 घंटा बीत जाने के बाद भी पुलिस का हाथ खाली है. मंत्री की सुरक्षा में लगे सभी नौ जवानों को निलंबित कर दिया गया है. इसमें जैप वन के दो हवलदार इंदर कुमार क्षत्री, किशन राय, विशेष शाखा के कांटेबल नवनीत कुमार तिवारी समेत अन्य छह सुरक्षा कर्मी शामिल हैं.
समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज करने की कार्रवाई चल रही थी. उधर, पुलिस ने हथियार की सूचना देने वाले को पांच लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की है. मालूम हो कि रविवार की रात मंत्री के सुरक्षा में लगे जवानों की दो एके 47 रायफल, एक पिस्टल एवं 185 राउंड गोली चोरी हुई थी. यह घटना झील स्थित पीएचइडी के गेस्ट हाउस में घटी.
वैज्ञानिक तरीके से मामले का अनुसंधान करें: डीआइजी
मंत्री के सुरक्षा में लगे जवानों के हथियार चोरी मामले की जानकारी एसपी मनोज कौशिक से डीआइजी सुमन गुप्ता ने ली. डीआइजी ने निर्देश दिया है कि वैज्ञानिक तरीके से मामले की जांच करें. चोरी गये हथियार जल्द से जल्द बरामद करें.
एसपी मनोज कौशिक ने कहा : एसपी ने बताया कि मंत्री के सुरक्षा में लगे जवानों से पूछताछ चल रही है. जांच कई बिंदुओं पर की जा रही है. अब तक के जांच में पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं. दोषी बहुत जल्द पुलिस के पकड़ में आयेंगे. उन पर सख्त कार्रवाई की जायेगी.
निजी चालकों पर भी संदेह
हथियार चोरी मामले को लेकर झारखंड पुलिस मेन्स एसोसिएशन के प्रांतीय अध्यक्ष अखिलेश्वर पांडेय एवं संगठन महामंत्री अमलेश कुमार सिंह एवं हजारीबाग इकाई के अध्यक्ष, मंत्री एसपी मनोज कौशिक से मिले. प्रांतीय अध्यक्ष ने बताया कि मंत्री के काफिले में लगी गाड़ियों के दो चालक अनुबंध पर थे.
लेकिन कुछ माह पहले दोनों को हटाकर निजी चालकों को रखा गया है. दोनों निजी चालक भुवनेश्वर महतो एवं अनिल महतो के इस घटना में संलिप्त होने का संदेह है. अध्यक्ष श्री पांडेय ने कहा कि जैप-1 के जवानों को मंत्री की सुरक्षा में लगाया गया था. सभी सुरक्षा कर्मियों को मंत्री के आवास में ही ठहरने की व्यवस्था होनी चाहिए थी.
सुरक्षा कर्मियों को मंत्री के आवास पर न ठहरा कर झील के निकट पीएचइडी के गेस्ट हाउस में ठहराया गया था. इस घटना को योजनाबद्ध तरीके से अंजाम दिया गया है. अध्यक्ष श्री पांडेय ने कहा कि जवान डय़ूटी से थक कर सो जाते हैं. ऐसे में एक सुरक्षा कर्मी को संतरी डय़ूटी पर रहना चाहिए था. लापरवाही हुई है.