इन स्थानों पर सूअरों व कुत्ताें का जमावड़ा लगा रहता है. पूरे परिसर में गंदगी व धूल पसरी है. थोड़ी सी बारिश में पूरा परिसर में कीचड़ में तब्दील हो जायेगा. बस स्टैंड की कोई भी नाली में पानी नहीं बह रहा है. सभी नालियों को दुकानदारों में कूड़ा करकट डाल कर जाम कर दिया है.
कही कहीं नालियों पर स्लैंप डाल कर ऊपर से प्लास्टर कर दिया है. सभी दुकानों का कचरा व गंदा पानी परिसर में बहता है, सड़ता है, बदबू फैलाता है. चार पांच माह पहले जिला परिषद की ओर से पीछे के गेट से लगभग 300 मीटर तक नाली का निर्माण कराया गया है. इस नयी नाली में बस स्टैंड के पानी के बहने की व्यवस्था नहीं की गयी. सिर्फ नाली निर्माण हुआ. आज पूरी नाली कचरा से अटी-पटी है. नाली दिखायी नहीं पड़ रही है.आसपास के लोगों ने बस स्टैंड की दीवारों के पास ट्रक के ट्रक गोबर जमा कर दिया है. बस स्टैंड पहुंचनेवाले यात्री गंदगी व बदबू से काफी परेशान है. यात्री सुविधा कुछ भी नहीं है. सभी मास्ट लाइट खराब हैं. शाम होते ही अंधेरा छा जाता है.