चरही : चुरचू प्रखंड के लारा, झरना, कंजिया में ताबाही मचाने के बाद बुधवार 23 अप्रैल की रात को हाथियों का झुंड लारा होते हुए पंदना व सिमराबेड़ा गांव जा पहुंचा. यह झुंड चार घंटे तक दो गांवों में उत्पात मचाते रहा. लारा निवासी धनेश्वर करमाली पिता स्व गोवर्धन करमाली के घर को क्षतिग्रस्त कर दिया. साथ ही तीन क्विंटल चावल, दो क्विंटल धान, दो क्विंटल आलू व आंगन में रखे अल्टो कार (जेएच10बी/5471) को पूर्ण रूप से क्षतिग्रस्त कर दिया.
लारा में उत्पात मचाने के बाद हाथियों का झुंड चनारो पंचायत अंतर्गत पंदना गांव जा पहुंचा, जहां मनाराम किस्कू पिता स्व बाबूलाल किस्कू के घर को बुरी तरह ध्वस्त कर दिया. चार क्विंटल चावल, पांच क्विंटल धान व घर के सारे बरतन को बरबाद कर दिया. उसी गांव के भुवनेश्वर किस्कू पिता मनारा टुडू व दिनेश्वर किस्कू के घर को भी क्षतिग्रस्त कर दिया.
घर में रखे कुर्सी, खटिया व घर के सामान को बाहर फेंक दिया. वहीं चुरचू पंचायत अंतर्गत सिमरा बेड़ा गांव पहुंच कर जोसेफ मरांडी पिता स्व लुथरू मांझी का पांच क्विंटल धान, एक क्विंटल मकई, एक क्विंटल महुआ खा गया. उसी गांव के मरियम बास्के पति स्व सीताराम मरांडी के घर को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया. हरिलाल हांसदा पिता स्व लेखा हांसदा के दो कट्ठा जमीन पर लगे पालक, गोभी की खेती को नष्ट कर दिया. सिमराबेड़ा में उत्पात मचाने के बाद हाथियों का झुंड उबरी गांव होते कजरी जंगल की ओर चला गया. कजरी गांव की ओर हाथियों के झुंड के उतरने की उम्मीद जतायी जाती है. चरही वनपाल एसएन सिंह ने सिमराबेड़ा व पंदना बेड़ा में जाकर हाथियों द्वारा क्षतिग्रस्त मकान का निरीक्षण किया. उन्होंने पीड़ित परिवारों को मुआवजा दिलाने की बात कही.