गुमला के नक्सल इलाकों में पुलिस अफसर और जवानों के अकेले बाजार जाने पर रोक

भाकपा माओवादी ने तीन दिन बंद बुलाया है. बुधवार को बंदी का दूसरा दिन रहा. नक्सल बंदी को लेकर गुमला पुलिस अलर्ट है. पुलिस को आशंका है, नक्सली उनको निशाना बना सकती है.

By Prabhat Khabar | November 25, 2021 1:01 PM

गुमला : भाकपा माओवादी ने तीन दिन बंद बुलाया है. बुधवार को बंदी का दूसरा दिन रहा. नक्सल बंदी को लेकर गुमला पुलिस अलर्ट है. पुलिस को आशंका है, नक्सली उनको निशाना बना सकती है. इसलिए गुमला जिले की पुलिस सतर्कता बरत रही है. साथ ही गुमला पुलिस नक्सलियों को खोज भी रही है. नक्सलियों के खिलाफ अभियान जारी है. गुमला के पुलिस अधीक्षक डॉ एहतेशाम वकारीब ने गुमला जिले के पुलिस अधिकारी व जवानों को कहीं भी अकेले नहीं जाने की हिदायत दी है.

साथ ही बाजार हाट भी जाने पर रोक है. खास कर, गुमला जिले के बिशुनपुर, गुरदरी, चैनपुर, कुरूमगढ़, सुरसांग, रायडीह, डुमरी व जारी थाना को अलर्ट किया गया है. साथ ही नक्सल इलाकों में स्थित पुलिस पिकेट को भी अलर्ट मोड में रहने के लिए कहा गया है. क्योंकि गुमला जिले के सभी पुलिस पिकेट घोर नक्सल इलाका में है.

नक्सलियों के खिलाफ अभियान के दौरान पूरी तैयारी के साथ नक्सलियों की मांद पर जाने के लिए कहा गया है. एसपी ने कहा है कि नक्सली बंद से निपटने के लिए पुलिस तैयार है. सभी थाना के थाना प्रभारी व पुलिस पदाधिकारियों को अलर्ट मोड में काम करने व जनता को सुरक्षा देने का निर्देश दिया गया है.

जशपुर व गुमला के बॉर्डर पर पुलिस अलर्ट है :

भाकपा माओवादी व अन्य नक्सली संगठनों के खिलाफ काम करने के लिए गुमला पुलिस व जशपुर जिला की पुलिस ने विशेष रणनीति बनायी है. इसके लिए गुमला एसपी डॉ एहतेशाम वकारीब, जशपुर जिला के एसपी विजय अग्रवाल, सीआरपीएफ 218 बटालियन के टूआइसी दाउ किंडो, प्रशिक्षु एसपी गुमला शुभांशु जैन, एएसपी गुमला मनीष कुमार, एसडीओपी चैनपुर सिरिल मरांडी, रक्षित निरीक्षक जशपुर विमलेश देवांगन ने गुमला में बैठक कर रणनीति बनायी. नक्सलियों के खिलाफ मिल कर अंतर राज्यीय सीमा पर अभियान चलाने पर जोर दिया गया. लेवी मांगने वाले अपराधियों को चिह्नित करने के लिए कहा गया. जिससे दोनों जिला की पुलिस उसके खिलाफ कार्रवाई कर सके.

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