झारखंडी विधायक हूं : शिवशंकर

गुमला : मैं जशपुर जिला (छत्तीसगढ़ राज्य) का विधायक नहीं हूं. झारखंड का विधायक हूं. तुम्हारा पाला पहले जशपुर के विधायक से पड़ा होगा. झारखंडी विधायक से ज्यादा मत उलझना. यह बोल गुमला विधायक शिवशंकर उरांव का है. विधायक इसलिए गुस्सा गये थे कि री-पब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया जशपुर के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 26, 2017 8:56 AM
गुमला : मैं जशपुर जिला (छत्तीसगढ़ राज्य) का विधायक नहीं हूं. झारखंड का विधायक हूं. तुम्हारा पाला पहले जशपुर के विधायक से पड़ा होगा. झारखंडी विधायक से ज्यादा मत उलझना. यह बोल गुमला विधायक शिवशंकर उरांव का है. विधायक इसलिए गुस्सा गये थे कि री-पब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया जशपुर के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह ने कह दिया कि आप विधायक हैं, तो मेरी बात नहीं सुनेंगे.
मैं भी जशपुर का जिलाध्यक्ष हूं. इसी बात को लेकर मामला बढ़ा. अध्यक्ष की बात सुनने के बाद विधायक ने उसे पुलिस से पकड़वाया, लेकिन बाद में अध्यक्ष द्वारा माफी मांगने पर विधायक ने उसे माफ कर दिया.
क्या है मामला
मंगलवार की दोपहर में गुमला शहर से करीब पांच किमी दूर सिलम घाटी में ऑल्टो व सफारी गाड़ी में टक्कर हो गयी. दोनों गाड़ी क्षतिग्रस्त हो गयी. हालांकि गाड़ी टकराने के बाद किसी को चोट नहीं लगी, लेकिन दोनों चालक आपस में बीच सड़क पर लड़ने लगे. हाथापाई की नौबत आ गयी थी. लड़ाई करने वालों में एक री-पब्लिकन पार्टी ऑफ इंडिया जशपुर के जिलाध्यक्ष अनिल कुमार सिंह थे, वहीं दूसरा चालक स्थानीय था.
दोनों आपस में लड़ ही रहे थे कि रायडीह थाना के एएसआइ रामसागर सिंह पहुंच गये. दोनों चालकों को पुलिस समझाने लगी. इसी बीच वहां भाजपा जिला युवा अध्यक्ष मिशिर कुजूर व भाजपा प्रदेश अनुशासन समिति के उपाध्यक्ष विनय लाल पहुंचे. वहां से मजदूर संघ के प्रदेश अध्यक्ष राजेश सिंह गुजर रहे थे. भीड़ देख वे भी रूक गये और मामला को शांत कराने लगे. इसी दौरान गुमला से रायडीह जाने के क्रम में विधायक शिवशंकर उरांव भी भीड़ देख कर रूक गये. विधायक ने पहले घटना की जानकारी ली. इसके बाद वे लड़ रहे लोगों को समझाने लगे. शिवशंकर उरांव ने कहा : मैं गुमला का विधायक हूं. दुर्घटना हुई है.
आपस में समझौता कर लें. केस मुकदमा न करें. विधायक की इस बात पर जशपुर के अध्यक्ष अनिल सिंह उनके खिलाफ कुछ बात बोल दी, जिससे मामला बढ़ गया. विधायक के खिलाफ बोलने पर मजदूर नेता राजेश सिंह व भाजयुमो अध्यक्ष मिशिर कुजूर जशपुर अध्यक्ष को मारने के लिए उठ गये. लेकिन बीच बचाव कर मामला शांत कराया गया. अंत में जशपुर के अध्यक्ष अनिल सिंह द्वारा माफी मांगने पर मामला शांत हुआ. करीब एक घंटे तक हाई-वोल्टेज ड्रामा चला और काफी संख्या में लोगों की भीड़ जुट गयी थी.

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