गुमला, दुर्जय पासवान : तमिलनाडु में गुमला जिले के पांच मजदूर फंस गये हैं. इन मजदूरों ने झारखंड सरकार और गुमला प्रशासन से मदद की गुहार लगाया है. मजदूरों ने गुहार लगाते हुए कहा कि यहां से वापस झारखंड ले जाइये. इधर, मजदूर के परिजनों ने भी आवेदन सौंपकर प्रशासन से मदद मांगी है. जिससे मजदूरों को तमिलनाडु से सकुशल गुमला वापस लाया जा सके. सभी मजदूर उर्मी बंगरू एवं आंजन सेमरडीह गांव के रहने वाले हैं. ये लोग तमिलनाडु स्थित कंपनी तामरम प्रेम लुटूर में फंसे हुए हैं.
ये मजदूर फंसे हुए हैं
जो पांच मजदूर तमिलनाडु में फंसे हैं. उनमें रति खड़िया पिता बिशुन खड़िया, रामचंद्र उरांव पिता बहुरन उरांव, राजू उरांव पिता स्व तिवारी उरांव, अशोक भगत पिता स्व विष्णु भगत, बालकराम उरांव पिता फतेचंद उरांव है. ये सभी उर्मी बंगरू व आंजन पंचायत के सेमरडीह गांव के रहने वाले हैं.
बच्चों को सुरक्षा दें
मजदूर के परिजन समीर खड़िया ने कहा है कि हमारे बच्चे तमिलनाडु में फंसे हुए हैं. वे वापस आना चाह रहे हैं. झारखंड सरकार और गुमला प्रशासन मदद करे. क्योंकि हमारे बच्चों ने तमिलनाडु से फोन कर वापस लाने की गुहार लगा रहे हैं. उन्होंने राज्य सरकार औ गुमला प्रशासन से इनलोगों को सुरक्षा उपलब्ध कराते हुए जल्द वापसी की मांग की है.
प्रवासी नियंत्रण केंद्र को दी जानकारीमजदूर संघ के प्रदेश सचिव जुम्मन खान ने कहा है कि तमिलनाडु में गुमला के जो पांच मजदूर फंसे हैं. वे सभी युवक हैं. उनकी उम्र 20 से 25 साल है. परिजनों ने लिखित आवेदन सौंपा है. परिजनों की मांग को प्रवासी नियंत्रण केंद्र व प्रशासन तक पहुंचाया गया है, ताकि मजदूरों को मदद मिल सके.