गुमला : अखिल भारतीय आदिवासी महासभा गुमला के तत्वावधान में रौनियार भवन के सभागार में आदिवासी समस्या व राजनीतिक पार्टियों की भूमिका विषय पर अधिवेशन का आयोजन किया गया. आदिवासी महासभा के राष्ट्रीय महासचिव छात्रपति शाही ने कहा कि कॉरपोरेट घरानों के इशारे राज्य की सत्ता चल रही है.
सीएनटी एक्ट 1908 को बदलने की चेष्टा की जा रही है. पंचायत को अधिकार नहीं देना धोखा है. पूंजीवादी शासक दल आदिवासियों पर चौतरफा हमला कर रहे हैं. छात्र नेता पावेल कुमार ने कहा कि हमारी अस्तित्व की रक्षा के लिए सिदो कान्हू जैसे अनेक वीर शहीद हो गये हैं. उनके बताये हुए रास्ते पर चलने की जरूरत है.
विश्वनाथ उरांव ने कहा कि आदिवासियों को अपने अंदर छिपी हुई शक्ति को पहचानने की आवश्यकता है. भाकपा के जिला सचिव बसंत गोप , अनील असुर, महेंद्र भगत, सनिया उरांव, सुरेश प्रसाद यादव, विश्वनाथ उरांव ने अपने अपने विचार रखे.