गुमला : भुखमरी में जी रही दादी-पोती की मदद के लिए बढ़ें हाथ
दुर्जय पासवान, गुमला बसिया प्रखंड के कारालोया गांव की ललिता देवी व पोती अनुजा कुमारी भुखमरी में जी रहे हैं. यह समाचार ‘प्रभात खबर’ में छपने के बाद प्रशासन के अलावा कई लोग दादी-पोती की मदद के लिए आगे आये हैं. इन्हीं में कपड़ा बैंक बसिया के संस्थापक सतीश नायक हैं. जब सतीश ने प्रभात […]
दुर्जय पासवान, गुमला
बसिया प्रखंड के कारालोया गांव की ललिता देवी व पोती अनुजा कुमारी भुखमरी में जी रहे हैं. यह समाचार ‘प्रभात खबर’ में छपने के बाद प्रशासन के अलावा कई लोग दादी-पोती की मदद के लिए आगे आये हैं. इन्हीं में कपड़ा बैंक बसिया के संस्थापक सतीश नायक हैं. जब सतीश ने प्रभात खबर में दादी-पोती की दर्दभरी कहानी पढ़ी, तो वह मदद के लिए आगे आये.
मंगलवार को सतीश नायक अपने दो साथी बसिया के राहुल कुमार व भागीडेरा के प्रदीप नायक के साथ कारालोया गांव पहुंचकर दादी-पोती का हालचाल लिया. घर की स्थिति की जानकारी ली. सरकारी सुविधाओं के बारे में पूछा. सतीश ने दादी-पोती की हालात को देखते हुए 100 किलो चावल, आटा, दाल, तेल, बिस्किट, साबुन, मशाला सहित विभिन्न प्रकार के राशन सामग्री दिये.
साथ ही सतीश ने कहा कि जब भी जरूरत पड़ेगी. वह मदद के लिए तैयार है. उन्होंने कहा कि कभी भी जरूरत हो तो बसिया आकर मिले या सूचना भिजवा दें. वह मदद करेगा. सतीश ने बताया कि प्रभात खबर में मैंने दादी-पोती का समाचार पढ़ा. अनुजा के माता पिता का निधन हो गया है. वह दादी के भरोसे जी रही है. गरीबी के कारण स्कूल भी नहीं जाती है. इसलिए मैंने राशन सामग्री दी है. साथ ही प्रशासन से बात कर अनुजा का स्कूल में नामांकन की पहल की जायेगी.