गुमला : तीन साल बाद आम के साथ दाम भी मिलेगा. अभी पौधा तैयार हो रहा है. तीन साल में यह पेड़ का रूप धारण कर लेगा. इसके बाद चारों ओर आम्रपाली आम के पेड़ नजर आयेंगे.
खूंटी-गुमला मार्ग पर स्थित पालकोट प्रखंड के पिंजराडीपा के समीप आठ किसान सामूहिक रूप से आम्रपाली आम की खेती कर रहे हैं. किसानों ने बागवानी मिशन के तहत 50 एकड़ भूखंड पर आम के पौधे लगाये हैं. पौधा तैयार हो गया है. तीन साल के बाद फल भी मिलना शुरू हो जायेगा.
हालांकि यहां 60 एकड़ खेत है. लेकिन 10 एकड़ खेत पर किसान अमरूद, लीची, चीकू का पौधा लगाये हैं. सबसे अच्छी बात यह है कि कल्याणकारी मानव विकास संस्थान के सचिव अनिरुद्ध चौबे के मार्गदर्शन से किसानों ने खेत में लगे पौधा के बगल में जो खाली स्थान बचा है, वहां किसान अभी साग-सब्जी की खेती कर रहे हैं.
किसान बिरसा साहू, गंगा साहू, संतोष टेटे, विजय कुमार, सुकरा बरवा, कारू टेटे, जोनसन टेटे, नयवा उरांव ने बताया कि हमलोग अभी सब्जी लगाये हैं. बरसात के बाद सब्जी तैयार हो जायेगा. जिला उद्यान विभाग व मानव कल्याणकारी संस्थान के लोगों ने हमें सुझाव दिया कि पौधा के बगल में जो खाली स्थान बचा है, वहां सब्जी की खेती कर कुछ आमदनी प्राप्त कर लें.
अनिरुद्ध चौबे ने कहा है कि पौधा पेड़ का रूप धारण कर ले, जिससे किसानों को जीवनभर इससे आमदनी हो. मेरा प्रयास है कि इस क्षेत्र के किसान बागवानी में मजबूत हो सके. आठ हजार आम का पौधा लगाया गया है. वहीं दो एकड़ भूखंड पर अमरूद के 250 पौधा, लीची व चीकू आठ एकड़ भूखंड पर लगाया गया है.