आश्वासन के बाद रात 12 बजे विद्यार्थियों का धरना समाप्त

आक्रोशित विद्यार्थियों ने दिन के 11 बजे शुरू किया था धरना प्राचार्य सहित चार प्राध्यापकों को प्राचार्य कक्ष में बंधक बना कर रखा था. रात 12 बजे प्रभारी प्राचार्य के लिखित आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया सिसई : बैजनाथ जालान कॉलेज सिसई के एमए के विद्यार्थियों का धरना प्रदर्शन बुधवार की रात लगभग 12 […]

By Prabhat Khabar Print Desk | July 19, 2019 1:45 AM

आक्रोशित विद्यार्थियों ने दिन के 11 बजे शुरू किया था धरना

प्राचार्य सहित चार प्राध्यापकों को प्राचार्य कक्ष में बंधक बना कर रखा था.

रात 12 बजे प्रभारी प्राचार्य के लिखित आश्वासन के बाद धरना समाप्त किया
सिसई : बैजनाथ जालान कॉलेज सिसई के एमए के विद्यार्थियों का धरना प्रदर्शन बुधवार की रात लगभग 12 बजे समाप्त हुआ. कॉलेज के प्रभारी प्राचार्य डॉक्टर मोहन गोप ने धरना प्रदर्शन में बैठे विद्यार्थियों को रात लगभग 12 बजे विशेष परीक्षा आयोजित करने का आश्वासन दिया. इस आश्वासन के बाद विद्यार्थियों ने धरना समाप्त किया.
ज्ञात हो कि परीक्षा फार्म भरने के बाद भी 50-55 विद्यार्थियों का परीक्षा का प्रवेश पत्र नहीं आया है. इससे गुस्साये विद्यार्थी गत बुधवार को दिन के लगभग 11 बजे ही प्रभारी प्राचार्य डॉ मोहन गोप, परीक्षा नियंत्रक प्रो लक्ष्मण साहू, राजनीति विज्ञान विभागाध्यक्ष प्रो झूरी राम व कुड़ुख विभागाध्यक्ष प्रो मांगे उरांव का घेराव कर धरना पर बैठ गये. इस दौरान विद्यार्थियों ने सभी प्राध्यापकों को प्राचार्य कक्ष में ही बंधक बना कर रखा.
विद्यार्थियों द्वारा हंगामा करने, प्राध्यापकों को बंधक बनाने और धरना पर बैठने की सूचना पर बीडीओ मनोरंजन कुमार व थाना प्रभारी सुधीर प्रसाद साहू दलबल के साथ शाम लगभग सात बजे कॉलेज पहुंचे. विद्यार्थियों को समझाया और धरना-प्रदर्शन समाप्त कर प्राध्यापकों को छोड़ने के लिए कहा. परंतु विद्यार्थियों ने उनकी एक न सुनी और धरना पर ही जमे रहे. इसके बाद रात लगभग 12 बजे प्रभारी प्राचार्य ने विद्यार्थियों के लिए विशेष परीक्षा का आयोजन करने का लिखित आश्वासन दिया.
इस आश्वासन के बाद विद्यार्थियों ने धरना समाप्त किया. प्रभारी प्राचार्य ने बताया कि रांची विश्वविद्यालय के परीक्षा नियंत्रक डॉक्टर राजेश कुमार से मोबाइल पर बात हुई. उन्हें विद्यार्थियों की समस्या से अवगत कराया. उन्होंने राजनीति विज्ञान व कुड़ुख विषय के प्रभावित विद्यार्थियों का परीक्षा प्राप्तांक सहित सूची बना कर विश्वविद्यालय को भेजने की बात कही है. सूची बनने के बाद कमेटी गठन कर जांच की जायेगी. इसके बाद 20 दिनों के अंदर विशेष परीक्षा का आयोजन कर विद्यार्थियों की परीक्षा ली जायेगी.

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