तीन महीने से गोवा में फंसी हैं दो बहनें आैर एक किशोर, भाई ने लगायी मदद की गुहार

तीनों लड़का-लड़की पालकोट प्रखंड के बिलिंगबीरा के हैं. भाई ने दोनों बहनों को गुमला लाने की लगायी गुहार. गरीबी के कारण बड़ा भाई गोवा जाने में असमर्थ है. दोनों बहनें एक महिला के बहकावे में आकर गोवा गयी. गुमला : पालकोट प्रखंड के घोर उग्रवाद प्रभावित बिलिंगबीरा पहाड़टोली गांव की दो बहनें सिमरन कुमारी (15) […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 20, 2019 1:18 AM

तीनों लड़का-लड़की पालकोट प्रखंड के बिलिंगबीरा के हैं.

भाई ने दोनों बहनों को गुमला लाने की लगायी गुहार.
गरीबी के कारण बड़ा भाई गोवा जाने में असमर्थ है.
दोनों बहनें एक महिला के बहकावे में आकर गोवा गयी.
गुमला : पालकोट प्रखंड के घोर उग्रवाद प्रभावित बिलिंगबीरा पहाड़टोली गांव की दो बहनें सिमरन कुमारी (15) व क्रेसेंसिया कुमारी (14) गोवा में फंसी हुई है. गांव का एक किशोर मारकुस कोंगाड़ी (16) भी गोवा में फंसा है. गोवा में फंसे तीन माह हो गये. ये तीनों बच्चे अपने घर आना चाहते हैं, लेकिन इनके परिवार के पास पैसा नहीं है कि वे गोवा जाकर इन बच्चों को वापस ला सके.
इसलिए सिमरन व क्रेसेंसिया के बड़े भाई हालेन गुड़िया ने बाल कल्याण समिति गुमला से अपनी बहनों को गोवा से लाने की गुहार लगायी है. साथ ही मारकुस को भी गोवा से लाने की मांग की है. इधर, भाई की गुहार के बाद सीडब्ल्यूसी ने गोवा में फंसे तीनों बच्चों को गुमला लाने की पहल शुरू कर दी है.
सीडब्ल्यूसी गुमला के सदस्य संजय कुमार भगत ने बताया कि गोवा सीडब्ल्यूसी के पदाधिकारी से बात की जायेगी, ताकि तीनों बच्चों को वहां से गुमला लाया जा सके या तो फिर चाइल्ड लाइन से बात कर हालेन गुड़िया को गोवा भेजा जायेगा. श्री भगत ने बताया कि ये तीनों बच्चों एक महिला के बहकावे में आकर चली गयी थी. बच्चे जब वापस आयेंगे और शिकायत करेंगे, तो अहतू थाने में केस दर्ज कर आगे की कार्रवाई की जायेगी.

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