आंजनधाम की हसीन वादियां करती हैं सैलानियों को रोमांचित

जगरनाथ/अंकित, गुमला : आंजनधाम विश्व विख्यात है. यहां माता अंजनी की गर्भ से भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. इस वजह से इसकी ख्याति दूर-दूर तक है. यहां देखने के लिए कई प्राचीन धरोहर है. पहाड़ की चोटी पर भगवान हनुमान का मंदिर है. यह पूरे देश का पहला मंदिर होगा. जहां माता अंजनी की […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 24, 2018 7:46 AM
जगरनाथ/अंकित, गुमला : आंजनधाम विश्व विख्यात है. यहां माता अंजनी की गर्भ से भगवान हनुमान का जन्म हुआ था. इस वजह से इसकी ख्याति दूर-दूर तक है. यहां देखने के लिए कई प्राचीन धरोहर है. पहाड़ की चोटी पर भगवान हनुमान का मंदिर है. यह पूरे देश का पहला मंदिर होगा. जहां माता अंजनी की गोद में भगवान हनुमान बैठे हुए हैं. यहां की हसीन वादियां दिल को रोमांचित करती है.
इस क्षेत्र के लोग आज भी खुद को हनुमान का वंशज मानते हैं. यह ऋषि-मुनियों की तपोभूमि भी रही है. पहाड़ पर स्थित मुख्य मंदिर पर चढ़ने से आसपास के गांवों का नजारा काफी सुंदर लगता है. आसपास काफी घने जंगल व ऊंचे पहाड़ है.
आंजनधाम में क्या देंखे
आंजन गांव स्थित मंदिर में अंजनी माता, भगवान हनुमान, राधा कृष्ण, राम-लक्ष्मण व सीता समेत भगवान शिव की प्रतिमा स्थापित है. यहां 360 शिवलिंग व उतने ही तालाब हैं. आंजन पहाड़ी पर स्थित चक्रधारी मंदिर में आठ शिवलिंग दो पंक्तियों में स्थापित है. जिन्हें अष्टांभु कहा जाता है. अष्टांभु के निकट ब्राह्मी सांढ़ व बसाहा स्थापित है.
चक्रधारी शिवलिंग के अति निकट एक त्रिशूल स्थापित है. मंदिर के नीचे सर्प गुफा है. पहले गुफा में मिट्टी का एक टीला था, गुफा पूरी तरह बंद था और वहीं सांप को देखा जाता था. लेकिन एक साल पहले गुफा के रास्ता को खोल दिया गया है. 15 सौ फुट से अधिक लंबे गुफा के अंदर रास्ता है.
कैसे जायें, कहां ठहरें
आंजन गुमला से 21 किमी दूर है. गांव तक जाने के लिए पक्की सड़क है. गांव के बाद मुख्य मंदिर तक जाने के लिए भी सड़क बन गयी है. लेकिन कुछ दूरी तक अभी भी सड़क नहीं बनी है. इसके बावजूद पहाड़ की मंदिर तक आसानी से चढ़ सकते हैं. वहां जाने के लिए खाने- पीने के समान साथ में लेकर जाना होगा.
यह पूरा इलाका ग्रामीण क्षेत्र है. ठहरने की व्यवस्था नहीं है. गुमला में होटल में रूका जा सकता है. आने-जाने के लिए गाड़ी की सुविधा नहीं है. अपनी सुविधा पर जाना होगा. कुछ टेंपो टोटो से आंजन गांव तक जाती है. आंजनधाम जाने पर समय का पूरा ख्याल रखें.

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