बाघमुंडा जलप्रपात में तीन दिशा से गिरता है नदी का पानी

गुमला : झारखंड की राजधानी रांची से सटे खूंटी व सिमडेगा मार्ग पर बसिया प्रखंड है. यह गुमला जिला में है. बसिया से पांच किमी दूर बाघमुंडा जलप्रपात है. यहां तीन दिशाओं से नदी की जलधारा गिरती है. यहां के मनमोहक दृश्य के कारण सालों भर सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है. यह पिकनिक स्पॉट […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 21, 2018 12:57 AM
गुमला : झारखंड की राजधानी रांची से सटे खूंटी व सिमडेगा मार्ग पर बसिया प्रखंड है. यह गुमला जिला में है. बसिया से पांच किमी दूर बाघमुंडा जलप्रपात है. यहां तीन दिशाओं से नदी की जलधारा गिरती है. यहां के मनमोहक दृश्य के कारण सालों भर सैलानियों का आना-जाना लगा रहता है.
यह पिकनिक स्पॉट के रूप में विख्यात है. खूंटी-सिमडेगा मार्ग में होने के कारण यहां कई जिलों के सैलानियों का आगमन होता है. पहाड़ की चोटी से बाघमुंडा जलप्रपात का दृश्य बरबस लोगों का ध्यान अपनी ओर खींचता है. बाघमुंडा के आसपास का वातावरण सुंदर व स्वच्छ है. बाघमुंडा में वे सभी दृश्य हैं, जो पिकनिक के अवसर पर सैलानी देखना चाहते हैं.
बाघमुंडा के आसपास की खूबसूरत वादियां, घने जंगल व ऊंचे-ऊंचे पहाड़ हैं. इस जगह का नाम बाघमुंडा कहने के पीछे भी इतिहास है. कहा जाता है, कि नदी के बीच में अक्सर बाघ नजर आता था. इस कारण इस जगह का नाम बाघमुंडा पड़ गया.
कैसे जायें और कहां ठहरे
बाघमुंडा गुमला से 50 व रांची से 70 किमी दूर है. खूंटी व सिमडेगा जिला भी 40 व 60 किमी है. खूंटी- सिमडेगा मार्ग में स्टेट हाइवे से दो किमी दूर है. यहां आसानी से पहुंचा जा सकता है. सुबह सात से शाम चार बजे तक यहां पिकनिक मना सकते हैं. समय का ख्याल रखते हुए पर्यटक यहां पहुंचे. बाघमुंडा तक कोई भी गाड़ी पहुंच जायेगी.
सुविधा के अनुसार गाड़ी से जा सकते हैं. पिकनिक स्पॉट के समीप घनी आबादी वाला गांव है. यहां होटल नहीं है. बसिया में खाना खाने के लिए कुछ ढाबा है. दूसरे जिले के लोग अगर यहां आते हैं, तो समीप में खूंटी जिला है. खूंटी में ठहरने के लिए होटल हैं.
बाघमुंडा में क्या देंखे
पहाड़ की ऊंचाई से नदी को देखने से दिल को सुकून मिलता है. आसपास खूबसूरत वादियां हैं. यह घने जंगल व पहाड़ों के बीच अवस्थित है. जंगल व पहाड़ की बनावट सुंदर है. जलप्रपात के ऊपर पहाड़ में शिव भगवान का मंदिर है. यहां सावन माह व महाशिवरात्रि में भक्तों की भीड़ उमड़ती है. जलप्रपात तक उतरने के लिए सीढ़ी बनी है.

Next Article

Exit mobile version