वृद्ध व असहाय को मिलेगा कंबल, 30 हजार कंबल खरीदेगा प्रशासन

गुमला : गुमला डीसी शशि रंजन ने कहा है कि वृद्ध, नि:शक्त, गरीब, असहाय व जरूरतमंद लोगों को प्राथमिकता के आधार पर कंबल दिया जायेगा. इसके लिए सभी अंचल के अधिकारी को निर्देश दिया गया है. उनसे कहा गया है कि जो भी कंबल प्राप्त हुआ है, उन कंबलों को वैसे लोगों को दें, जिनको […]

By Prabhat Khabar Print Desk | December 21, 2018 12:56 AM
गुमला : गुमला डीसी शशि रंजन ने कहा है कि वृद्ध, नि:शक्त, गरीब, असहाय व जरूरतमंद लोगों को प्राथमिकता के आधार पर कंबल दिया जायेगा. इसके लिए सभी अंचल के अधिकारी को निर्देश दिया गया है. उनसे कहा गया है कि जो भी कंबल प्राप्त हुआ है, उन कंबलों को वैसे लोगों को दें, जिनको कंबल की जरूरत है.
खास कर दूरस्थ गांवों में रहने वाले वैसे लोग, जिनके पास कंबल नहीं है. उन्हें चिह्नित कर कंबल दिया जाये. डीसी ने कहा कि अभी गुमला जिला को 2777 कंबल प्राप्त हुआ है.
अंचलवार कुछ कंबल उपलब्ध करा दिया गया है, ताकि जरूरतमंद लोगों को प्राथमिकता के आधार पर कंबल मिल सके. डीसी ने कहा कि ठंड का प्रकोप ज्यादा है. प्रशासन प्रयास कर रहा है कि ठंड से कोई परेशान न हो.
इसके लिए जिला स्तर से और 30 हजार कंबल की खरीद होगी. इसकी प्रक्रिया शुरू कर दी गयी है. 30 हजार कंबल खरीद के बाद सभी 159 पंचायत के 944 गांवों में कंबल बांटा जायेगा.
प्रभावितों की मदद की अपील
ठंड से अगर कोई प्रभावित है, तो वे प्रशासन जैसे सीओ, बीडीओ, पंचायत सेवक, राजस्व कर्मचारी से संपर्क करे या तो अपने क्षेत्र के प्रतिनिधि जैसे वार्ड सदस्य व मुखिया से भी संपर्क कर सकते हैं. अगर कोई संपर्क करने में असमर्थ है, तो किसी के माध्यम से संपर्क करा सकते हैं.
आम लाेग भी वैसे लोगों की मदद कर सकते हैं, जो गरीब व असहाय ठंड से प्रभावित है. कोई असहाय अगर ठंड से ठिठुरता नजर आये, तो समाजसेवी, व्यापारी व प्रशासन के कोई अधिकारी व कर्मचारी भी मदद कर सकते हैं या फिर प्रशासन को जानकारी दे सकते हैं.
कंबल उपलब्ध कराने की मांग : घाघरा प्रखंड के चुंदरी पंचायत के मुखिया आदित्य भगत ने सीओ को आवेदन देकर कंबल उपलब्ध कराने की मांग की है. आवेदन में मुखिया ने कहा कि चुंदरी पंचायत के अंतर्गत सात राजस्व गांव आते हैं.
सर्दी का मौसम व शीत लहरी को देखते हुए पंचायत के जनप्रतिनिधियों के साथ बैठक हुई. बैठक में निर्णय लिया गया कि इस वर्ष 150 कंबल की जरूरत पंचायत क्षेत्र में है.

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