गिरिडीह. 11 मई को पूरे जिले में एक साथ प्रधानमंत्री आवास लाभुक दिवस मनाया जायेगा. इस दौरान लाभुकों की समस्याएं भी सुनीं जायेंगी. वर्ष 735 आंबेडर आवास का निर्माण किया जायेगा. इसमें वैसे लोगों को प्राथमिकता दी जायेगी जिनका मकान कच्चा या क्षतिग्रस्त है. इसके अलावा विधवा व एकल परिवार को प्राथमिकता दी जायेगी. ये बातें डीडीसी शशि भूषण मेहरा ने मंगलवार को प्रभात खबर से कहीं. उन्होंने कहा कि जिन लाभुकों का आवास लंबित है. उन लाभुकों को अनिवार्य रूप से कार्यक्रम में आने के लिए प्रेरित किया जायेगा. पंचायत के मुखिया समेत सभी जनप्रतिनिधियों एवं सदस्यों को इसकी जानकारी दे दी गयी है और कार्यक्रम को सफल करने के लिए उनसे सहयोग लिया जायेगा. प्रखंड स्तरीय पदाधिकारी व कर्मी पंचायतों में जाकर कैंप करेंगे. किसी पंचायत का भौगोलिक क्षेत्र बड़ा होगा या पंचायत में लंबित आवास की संख्या ज्यादा हुई तो एक से अधिक कर्मियों को प्रतिनियुक्त किया जायेगा. 2016 से 2021 तक सात हजार पीएम आवास अधूरे हैं. इन्हें पूरा करने का निर्देश दिया गया है.
इस वर्ष बनेंगे 735 आंबेडकर आवास
डीडीसी ने कहा कि प्रखंडों के बीच आवास आवंटित किया जा रहा है. 1.30 लाख की लागत से आंबेडकर आवास का निर्माण किया जायेगा और इसके अलावा 23 हजार की राशि मनरेगा से दी जायेगी. उन्होंने कहा कि प्रथम चरण में लाभुक को 40 हजार रुपये दिये जायेंगे. उसके बाद दूसरी किस्त में 85 हजार और तीसरी किस्त में 5 हजार रुपये दिये जायेंगे. डीडीसी ने कहा कि आवास लेने वाले लाभुक प्रखंड कार्यालय में जाकर बीडीओ से संपर्क स्थापित कर सकते हैं.
66179 में शेष बचे सात हजार पीएम आवास
वर्ष 2016- 17 से 2020- 22 तक 66179 में महज सात हजार आवास ही लंबित है. इसमें से 59179 आवास पूरे कर लिये गये हैं. जो आवास शेष बचे हैं उन आवास को पूर्ण कराने के लिए बीडीओ व बीपीओ स्तर के अधिकारी लगातार मॉनिटरिंग कर रहे हैं. जानकारी के अनुसार बगाेदर में 293, बेंगाबाद में 632, बिरनी में 427, देवरी में 1298, धनवार में 336, डुमरी में 542, गांडेय में 1300, गावां में 341, गिरिडीह में 530, जमुआ में 290, पीरटांड़ में 911, सरिया में 100 व तिसरी में 444 आवास पूर्ण करना है. डीडीसी ने कहा कि इस माह के अंत तक अपूर्ण आवास को पूरा करा लिया जायेगा.