गिरिडीह : साक्षरता अभियान में कार्य कर रहे कर्मियों को 21 माह से वेतन नहीं मिला है. यह स्थिति राज्य साक्षरता मिशन द्वारा वेतन मद में राशि नहीं भेजने से उत्पन्न हुई है. हालांकि वेतन मद में आवंटन भेजने के लिए जिला साक्षरता सचिव ने कई बार मिशन को पत्र भी भेजा. पत्र में उन्होंने हवाला दिया कि जिला व प्रखंडों में कार्यरत कर्मियों को वेतन नहीं मिलने से उनकी आर्थिक स्थिति दयनीय हो गयी है.
ज्ञात रहे कि साक्षरता मिशन में जिला स्तर पर डीपीएम, डीपीसी व लेखापाल पदस्थापित है. वहीं प्रखंड स्तर पर बीपीएम व प्रेरक की नियुक्ति की गयी है. प्रखंडों में पदस्थापित कर्मियों को सितंबर 2012 से वेतन नहीं मिला है. प्रत्येक पंचायत में दो-दो प्रेरक कार्यरत हैं और इन्हें दो हजार का मासिक वेतन दिये जाने का प्रावधान है. कुल 716 प्रेरकों को वेतन दिया जाना है. इधर, साक्षरता कर्मियों ने जिला साक्षरता सचिव सह डीसी से वेतन की गुहार भी लगायी है. उनका कहना है कि निकट भविष्य में होली का त्योहार है. ऐसे में उन्हें वेतन नहीं मिला तो उनकी होली फीकी रह जायेगी.