जमुई/गिरिडीह : जमुई के चरकापत्थर थाना-गिरीडीह के भेलवा घाटी के बीच जंगल से पुलिस ने सर्च अभियान के दौरान भारी मात्रा में विस्फोटक पदार्थ तथा अन्य सामान बरामद किया है.पुलिस को सूचना मिली थी कि चरकापत्थर व भेलवा घाटी के जंगल में नक्सलियों के बड़े नेताओं का जमावड़ा लगा है और वे किसी बड़ी घटना को अंजाम देने की योजना बना रहे है. सूचना पर सीआरपीएफ के डीआइजी के नेतृत्व में सीआरपीएफ, कोबरा बटालियन एवं स्थानीय पुलिस ने सर्च अभियान चलाया.
सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार पुलिस के आने की भनक मिलते ही नक्सली वहां से फरार हो गये. हलांकि इस अभियान में पुलिस को जंगल से नौ सिलिंडर बम ,नौ प्रेशर कुकर बम ,दो केन बम, भारी मात्रा में विस्फोटक पाउडर, नक्सली वरदी, रसीद सहित कई आवश्यक कागजात की बरामदगी की है.
इस संदर्भ में जमुई एसपी जितेंद्र राणा ने बताया कि गुप्त सूचना के आधार पर छापामारी की गयी है. जमुई जिले के झाझा, चरका पत्थर, खेरा, सोनो, चकाई, इलाके में छापामारी शुरू की गयी. पुलिस को गुप्त सूचना मिली थी कि इलाके में नक्सलियों का जमावड़ा है. इधर, गिरिडीह एसपी क्रांति कुमार के निर्देश पर देवरी व भेलवाघाटी थाना प्रभारी ने भी झारखंड की ओर से अभियान शुरू कर दिया इधर से सीआरपीएफ के कमांडेंट के निर्देश पर सीआरपीएफ के जवानों को भी लगाया गया.
भेलवाघाटी थाना प्रभारी किशुन मुमरू व देवरी थाना प्रभारी अजय कुमार साहू भी अभियान में शामिल थे. दोनों ओर से शुरू किये गये अभियान में पुलिस को सफलता मिल गयी. इस बरामदगी के बाद भी पुलिस व सीआरपीएफ लगातार नक्सलियों के खिलाफ सूचना एकत्रित करने में जुटी हुई है.
गौरतलब है कि गिरिडीह व जमुई के सीमाने में नक्सली आये दिन घटना को अंजाम देते हैं और दूसरे इलाके में छिप जाते हैं. इस मामले में दोनों राज्यों की पुलिस लगातार नजर रखी हुई थी. बुधवार को मिली सफलता इसी सक्रियता का परिणाम है.
नक्सली शिवा तुरी गिरफ्तार
गिरिडीह : गिरिडीह पुलिस व सीआरपीएफ ने पीरटांड़ थाना क्षेत्र के कुड़को गांव में छापामारी कर नक्सली शिवा तुरी को गिरफ्तार कर लिया है. शिवा पर वर्ष 2008 में चौकीदार चरका रविदास की हत्या, सोभरनपुर के तीन व्यक्तियों की हत्या, वर्ष 2010 में लैंड माइंस विस्फोट कर निजी सुरक्षा कंपनी एसआइएस के चार गार्डो की हत्या का आरोप है.
इस नक्सली को पकड़ने के लिए अहले सुबह से ही अभियान शुरू कर दिया गया था. अभियान का नेतृत्व पीरटांड़ थाना प्रभारी आरके राणा व सीआरपीएफ 154 बटालियन के अधिकारी कर रहे थे. बताया जाता है इससे पहले भी शिवा वर्ष 2011 में जेल जा चुका है.