– प्रमोद अंबष्ट –
गिरिडीह : आदर्श ब्रह्मपुर उच्च विद्यालय, दरभंगा के गणित विषय के शिक्षक बैद्यनाथ मिश्र से प्रेरित होकर मैं शिक्षा के क्षेत्र को चुना. 56 वर्ष की उम्र में भी पठन–पाठन के प्रति इनका जज्बा किसी भी युवा व युवती को प्रेरित कर सकता है.
हम बात कर रहे हैं सर जेसी बालिका उच्च विद्यालय के पूर्व प्रभारी प्रधानाध्यापक बीएन झा के बारे में. श्री झा कहते हैं कि शिक्षक राष्ट्र के निर्माता होते हैं. उन्हें समाज में इज्जत व प्रतिष्ठा मिलती है. शिक्षक के जीने का तौर–तरीका भी बेहतर होता है. शिक्षण के जरिये व्यक्ति अपने कर्तव्य को भली–भांति समझ सकता है.
श्री झा मूल रूप से दरभंगा जिले के निवासी हैं. 16.02.1956 को दरभंगा जिला अंतर्गत जाले थाना के चकौती गांव में उनका जन्म हुआ. इनकी प्रारंभिक शिक्षा गांव में ही हुई. वर्ष 1972 में ब्रह्मपुर उच्च विद्यालय दरभंगा से द्वितीय श्रेणी में मैट्रिक, वर्ष 1974 में सीएम कॉलेज दरभंगा से द्वितीय श्रेणी में आइएससी, वर्ष 1976 में आरके कॉलेज मधुबनी से द्वितीय श्रेणी में बीएससी की परीक्षा उत्तीर्ण की. इसके बाद श्री झा ने एसटीटी कॉलेज वासना अहमदाबाद से वर्ष 1980 में बीएड की डिग्री ली. इसी वर्ष सरफेज रोड अहमदाबाद स्थित हाई स्कूल में पहली बार शिक्षक के रूप में योगदान दिया.
1981 में सोनदाडीह उच्च विद्यालय हजारीबाग में सरकारी शिक्षक के रूप में योगदान दिया. वर्ष 1996 में सर जेसी बोस बालिका उच्च विद्यालय गिरिडीह में स्थानांतरण हुआ और 01.04.2009 से 08.12.12 तक प्रधानाध्यापक के पद पर पदस्थापित रहा.