– गिरिडीह के निमियाघाट क्षेत्र की घटना
– दो मजदूर तैर कर निकले
– सीतानाला का पानी अचानक आने से हुआ हादसा
– बालू लेने गये थे लोग
तोपचांची : रुक–रुक कर हो रही मूसलाधार बारिश के कारण पारसनाथ पहाड़ी के सीतानाला से नगरी के शिवसागर नाला में अचानक पानी बढ़ने से ट्रैक्टर समेत एक चालक बह गया.
इस दौरान ट्रैक्टर पर सवार दो मजदूर किसी प्रकार तैर कर बाहर निकले. वाकया गिरिडीह जिला के निमियाघाट थाना क्षेत्र का है. चालक का नाम नरेश प्रमाणिक है, जो तोपचांची थाना क्षेत्र के रंगरीटांड़ का रहने वाला है. उसका अब तक पता नहीं चला है.
बुधवार की दोपहर हुए हादसे में बाल–बाल बचे मजदूर प्राण हाड़ी और सदानंद झा, दोनों तोपचांची निवासी, ने बताया कि नाला में एकाएक पानी आने से नरेश ट्रैक्टर समेत बह गया. लगभग दो सौ मीटर दूर जाकर इंजन पलट गया. इस दौरान इन्होंने वाहन से कूद कर अपनी जान बचायी.
नरेश के भाई निमाई प्रमाणिक ने बताया कि उसका भाई तोपचांची के बबलू मोदक का ट्रैक्टर लेकर निमियाघाट बालू लाने गया था. वह नदी में पानी की तेज धार देख लौट रहा था, तभी नगरी रेलवे पुल के समीप सीतानाला से एकाएक पानी की तेज धार उतरी.
बहाव देख पुलिस पीछे हटी
घटना की खबर पाकर निमियाघाट पुलिस मौके पर पहुंची, लेकिन पानी का तेज बहाव देख पीछे हट गयी. पुलिस प्रशासन ने डूबे चालक को बचाने के लिए कुछ नहीं किया. उधर, पीछे से आ रहा तोपचांची का एक और ट्रैक्टर नाला किनारे फंस गया. उस पर बालू लदा था. समाचार लिखे जाने तक तोपचांची और नगरी के ग्रामीण पानी का बहाव कम होने का इंतजार कर रहे थे, ताकि डूबे नरेश को खोजा जा सके.
बोलल हलिअ, राखी बंधाय को जो
रक्षा बंधन के दिन घटित हादसे से तोपचांची के लोग सन्न हैं. मां और बहन के चीत्कार से तोपचांची बाजार गमगीन हो गया. बहन चिल्ला–चिल्ला कर बोल रही थी– बोलल हलिअ, राखी बंधाय को जा. कहले तुरते आये रहल हियो. बहन और मां के रोकने के बाद भी नरेश नहीं रुका और तुरंत आने की बात कह निकल गया.
चोरी से होता है बालू का उठाव
निमियाघाट में चोरी–छुपे बालू उठाव का धंधा धड़ल्ले से होता है. सारा कुछ प्रशासन की मिलीभगत से चल रहा है. ऐसे में हर साल सरकार को लाखों का नुकसान होता है.