गढ़वा (प्रभाष मिश्रा) : गढ़वा पुलिस ने 48 घंटा के अंदर गढ़वा थाना के करमडीह गांव में जितेंद्र महतो की हुई हत्या के मामलों का खुलासा कर दिया है. इस मामले में पुलिस ने मृतक जितेंद्र मेहता के बड़े भाई भोला महतो, उसकी पत्नी ललिता देवी एवं उसके एक सहयोगी देवेंद्र कुशवाहा उर्फ देवान को गिरफ्तार कर लिया है. इन्हीं तीनों ने मिलकर जितेंद्र मेहता की हत्या की थी.
गुरुवार को ये तीनों करमडीह गांव के केवल नहर पर गाय उठाने के बहाने जितेंद्र मेहता को लेकर गये थे. वहां शराब के नशे में धुत जितेंद्र मेहता की गला दबाकर हत्या कर दी. इसकी जानकारी शनिवार को गढ़वा थाना में प्रेसवार्ता कर गढ़वा एसडीपीओ बहामन टूटी ने दी.
उन्होंने बताया कि अनुसंधान के दौरान हरे कृष्ण महतो का पुत्र भोला महतो, स्वर्गीय रामचंद्र महतो का पुत्र देवेंद्र कुशवाहा एवं भोला महतो की पत्नी ललिता देवी ने गिरफ्तारी के बाद अपना अपराध स्वीकार कर लिया है. घटनाक्रम की जानकारी देते हुए एसडीपीओ ने बताया कि बीते सात जनवरी को पूर्वाह्न 11 बजे उन्हें सूचना मिली थी कि गढ़वा थाना के करमडीह गांव स्थित केवाल नहर के पास एक अज्ञात शव पड़ा हुआ है.
सूचना के आलोक में थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह के द्वारा गढ़वा थाना कांड संख्या 9/ 21 के तहत हत्या की प्राथमिकी दर्ज की गयी थी. उन्होंने बताया कि अनुसंधान के क्रम में यह बात सामने आयी कि मृतक जितेंद्र मेहता एवं भोला आपस में दोनों भाई हैं. इन दोनों की जमीन गढ़वा फोरलेन के बाईपास में गया है.
मुआवजा के रूप में उन्हें काफी पैसा मिलने वाला है. उन्होंने बताया कि अनुसंधान में यह बात प्रकाश में आयी कि मृतक का बड़ा भाई भोला महतो इस पैसा को अकेला हड़पना चाहता था. मृतक जितेंद्र मेहता अपने भाई को शराब पीकर बराबर गाली-गलौज करता रहता था. साथ ही भोला की पत्नी ललिता देवी के साथ छेड़छाड़ करने की भी शिकायत थी. इसको लेकर कई बार गांव में पंचायत भी हुई थी.
जमीन को लेकर चलता रहता था विवाद
एसडीपीओ ने बताया कि दोनों भाइयों में जमीन को लेकर बराबर विवाद चल रहा था. इन सभी बातों को लेकर भोला महतो अपनी पत्नी ललिता देवी और देवेंद्र कुशवाहा के साथ मिलकर षड्यंत्र रचकर छह जनवरी की शाम सात बजे नशे में धूत जितेंद्र महतो यह कहकर नहर पर ले गया है कि वहां एक गाय गिर गयी है. उसे उठाना है. वहां जाने पर तीनों ने मिलकर उसकी हत्या कर दी.
इस दौरान उसकी भाभी जितेंद्र के पैर पकड़कर हत्या करने में मदद कर रही थी. बड़ा भाई भोला व देवेंद्र कुशवाहा ने मिलकर उसका गला दबाया. इससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी. एसडीपीओ ने बताया कि दूसरे दिन शुक्रवार को जितेंद्र का शव नहर में देखे जाने पर मृतक जितेंद्र महतो के पिता हरकिशुन महतो के द्वारा गढ़वा थाने में प्राथमिकी दर्ज करायी गयी थी.
इसके आलोक में टीम गठन कर हत्या के मामले का उदभेदन करते हुए तीनों अभियुक्तों को घर से ही गिरफ्तार कर लिया. छापामारी टीम में एसडीपीओ के अलावा पुलिस निरीक्षक सह थाना प्रभारी राजीव कुमार सिंह, पुलिस अवर निरीक्षक सदानंद कुमार, संतोष कुमार रवि, आकाश पन्ना, अशोक कुजुर, कमलेश कुमार महतो, संजय कुमार, नीरज कुमार, नितीश कुमार सिंह, रीना दास, एएसआई अभिमन्यु कुमार सिंह, आरक्षी संदीप कुमार पांडेय शामिल थे.
Posted By : Mithilesh Jha