रंका: झारखंड (Jharkhand News) के गढ़वा जिला (Garhwa District) के रंका थाना (Ranka Police Station) क्षेत्र में शनिवार को वाहन चेकिंग के दौरान पकड़े वाहनों का फाइन काटने के दौरान सत्ताधारी दल झारखंड मुक्ति मोर्चा (Jharkhand Mukti Morcha) के नेताओं ने डीटीओ (DTO) सहित उनके सभी कर्मियों को मारपीट कर भगा दिया. इस मामले में पुलिस ने झामुमो के दो नेताओं को हिरासत में ले लिया है. इसमें रंका प्रखंड अध्यक्ष दीपक सोनी एवं मुकेश तिवारी शामिल हैं. इसके बाद थाना में जमकर हंगामा हुआ. पुलिस को लोगों को खदेड़ने के लिए हल्का बल प्रयोग करना पड़ा. समाचार लिखे जाने तक प्राथमिकी दर्ज नहीं हो पायी थी.
क्या था मामला
जिला परिवहन पदाधिकारी मनीष कुमार ने शनिवार को थाना मोड़ के पास वाहन चेकिंग अभियान चलाया. इस दौरान दो दर्जन बाइक, टेंपो, 407 ट्रक, ट्रैक्टर पकड़े गये थे. इसके बाद जुर्माना कटवाने एवं बाइक को छुड़ाने के लिए दर्जनों ग्रामीण थाना पहुंचे थे. इसी दौरान गुस्साये पहुंचे युवा झामुमो के प्रखंड अध्यक्ष दीपक सोनी, कार्यकर्ता मुकेश तिवारी एवं अरविंद सोनी डीटीओ से उलझ गये. झामुमो नेताओं ने डीटीओ और उनकी पूरी टीम के साथ मारपीट शुरू कर दी.
बल प्रयोग कर भीड़ को थाना से बाहर निकाला
डीटीओ मनीष कुमार के साथ फाइन काट रहे डीटीओ कार्यालय के कर्मचारी मुकेश कुमार, संजय बैठा, विनय तिवारी, नीरज पांडेय एवं जवान परशु राम की बुरी तरह से पिटाई कर दी. इसके बाद थाना परिसर में हंगामा शुरू हो गया. थाना में मौजूद एसआई मो शहबाज, पिंकू कुमार, बलिराम सिंह, एएसआई अवधेश उपाध्याय एवं जवानों ने उपस्थित भीड़ को खदेड़ना शुरू कर दिया. उन्होंने हल्का बल प्रयोग कर भीड़ को खदेड़कर थाना गेट से बाहर किया.
डीसी से बात कर प्राथमिकी दर्ज करायेंगे : डीटीओ
डीटीओ मनीष कुमार ने कहा कि उनके कर्मचारी मुकेश कुमार, संजय बैठा, विनय तिवारी, नीरज पांडेय पकड़े गये बाइक चालकों से ऑन स्पोर्ट जुर्माना काट रहे थे. इस दौरान युवा झामुमो प्रखंड अध्यक्ष दीपक सोनी, मुकेश तिवारी एवं अरविंद सोनी थाना में आ धमके. जुर्माना काटने पर मनमानी करने लगे और उन लोगों के साथ मारपीट शुरू कर दी. उन्होंने कहा कि उपायुक्त से बात कर झामुमो नेताओं के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करवायेंगे.
डीटीओ मनमानी कर रहे थे : दीपक सोनी
युवा झामुमो प्रखंड अध्यक्ष दीपक सोनी ने अपनी सफाई में कहा है कि पकड़े गये बाइक चालकों से डीटीओ मनमानी पैसा वसूल रहे थे. इसके कारण उन्होंने इसका विरोध किया. उन्होंने डीटीओ या डीटीओ के किसी भी कर्मचारी से मारपीट नहीं की है.
रिपोर्ट: नंद कुमार
Posted By: Mithilesh Jha