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झारखंड में गर्मी के मौसम में 12.15 करोड़ में बनी नहर बरसात में ही हो गयी ध्वस्त, ग्रामीणों ने की ये मांग

नहर का निर्माण 10 किलोमीटर तक किया जाना है़ इससे आस पास के लोगों को सिंचाई के लिये पानी उपलब्ध हो सकेगा, लेकिन नहर निर्माण में बरती जा रही अनियमितता के कारण अभी से नहर निर्माण एवं इससे मिलने वाले लाभ को लेकर सवाल उठने लगे हैं.

Jharkhand News, गढ़वा न्यूज (पीयूष तिवारी) : झारखंड के गढ़वा शहर से सटे सरस्वतिया नदी डैम की बायीं नहर पक्कीकरण निर्माण की गुणवत्ता की पोल खुल गयी है. निर्माण कार्य पूरा हुये पांच महीने भी नहीं बीते हैं और दूसरी बार इसकी मरम्मत की जा रही है. बुधवार को दूसरी बार नहर के दर्जनों क्षतिग्रस्त स्थानों पर संवेदक कंपनी की ओर से मरम्मत का काम शुरू किया गया़ इसका सुखबाना गांव के पास ग्रामीणों ने विरोध किया़ ग्रामीणों का कहना था कि निर्माण समाप्त करने के बाद दूसरी बार क्षतिग्रस्त होने पर एक बार फिर से जैसे-तैसे रिपेयर कर काम को पूरा करने का प्रयास किया जा रहा है, लेकिन नहर को खोदकर जब तक फिर से गिट्टी व सीमेंट से मजबूती के साथ ढाला नहीं जायेगा, नहर मजबूत नहीं होगी.

ग्रामीणों का कहना था कि नहर में बरसात के साथ मिट्टी व पानी भर गया है. इस वजह से यह पता लगाना भी मिट्टी हटाये बिना संभव नहीं है कि नहर और कहां-कहां क्षतिग्रस्त है़ उल्लेखनीय है कि गढ़वा प्रखंड के लगमा से चेतना तक सरस्वतिया नदी के डैम (सरस्वतिया सिंचाई परियोजना)के बायीं व दायीं नहर का पक्कीकरण किया गया है़ योजना को 2018 में ही शुरू किया जाना था, लेकिन इसका निर्माण कार्य शहर के आसपास के क्षेत्रों इसी साल गर्मी के मौसम में शुरू किया गया़ नहर का निर्माण लगमा से चेतना तक सुखवाना होते हुये कराया जा रहा है़

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नहर का निर्माण 10 किलोमीटर तक किया जाना है़ इससे आस पास के लोगों को सिंचाई के लिये पानी उपलब्ध हो सकेगा, लेकिन नहर निर्माण में बरती जा रही अनियमितता के कारण अभी से नहर निर्माण एवं इससे मिलने वाले लाभ के प्रति प्रश्नचिन्ह खड़ा होने लगा है़ 12.15 करोड़ रूपये की लागत से बननेवाली यह नहर पूर्व में भी जब बरसात शुरू हई थी तब भी क्षतिग्रस्त हो गयी थी़ उस समय भी इसकी मरम्मत की गयी थी़ बताया गया कि मरम्मत के नाम पर मात्र उस से सीमेंट का लेप चिपकाया गया था़ इस वजह से यह क्षतिग्रस्त हो गयी थी़ सबसे चिंताजनक स्थिति यह है कि निर्माण के बाद तल की पक्की ढलाई ध्वस्त हो रही है़ इसके अलावा अगल-बगल की दीवार भी दरक गयी है़

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नहर निर्माण में बरती जा रही अनियमितता को लेकर ग्रामीणों में आक्रोश है़ ग्रामीणों ने संवेदक पर कार्रवाई की मांग की है़ ग्रामीणों ने इसकी शिकायत उपायुक्त से करते हुए इसकी जांच कर दोषी पर कार्रवाई करने की मांग की है़ ग्रामीण सुरेंद्र यादव, शैलेन्द्र सिंह, विकेश सिंह, अर्जुन मेहता, दीपक मिश्रा, महावीर मेहता, भरत मेहता, पप्पू पासवान, शनीचर रजवार, रिंकू भुइयां, दिलीप मेहता, आशीष यादव, चंद्रिका दास, उदय शेख आदि लोगों कहना है कि उक्त नहर निर्माण में संवेदक द्वारा भारी अनियमिमता बरती गयी है़ यदि जल्द दोषी पर कार्रवाई नहीं की जाती है, तो इस आंदोलन को और भी तेज करेंगे़

Posted By : Guru Swarup Mishra

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