चार साल में गढ़वा जिला पूर्ण साक्षर होगा

गढ़वा : जिला साक्षरता समिति ने मंगलवार को प्रेरकों का एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. समाहरणालय स्थित जिला परिषद के प्रशिक्षण भवन में आयोजित इस कार्यशाला में प्रेरकों को अगस्त महीने तक कम से कम 50-50 असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य दिया गया़ कार्यक्रम का उदघाटन गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने किया़ इस […]

By Prabhat Khabar Print Desk | June 21, 2017 10:42 AM
गढ़वा : जिला साक्षरता समिति ने मंगलवार को प्रेरकों का एकदिवसीय कार्यशाला का आयोजन किया. समाहरणालय स्थित जिला परिषद के प्रशिक्षण भवन में आयोजित इस कार्यशाला में प्रेरकों को अगस्त महीने तक कम से कम 50-50 असाक्षरों को साक्षर करने का लक्ष्य दिया गया़
कार्यक्रम का उदघाटन गढ़वा अनुमंडल पदाधिकारी प्रदीप कुमार ने किया़ इस मौके पर बोलते हुए उन्होंने कहा कि गढ़वा जिला झारखंड में साक्षरता के मामले में नीचे से पांचवें स्थान पर है़ इसे शीर्ष पर पहुंचाने के लिए सभी प्रेरकों को अपना कौशल दिखाना होगा़ उन्होंने कहा कि साक्षर करने का काम भारत निर्माण के कार्य से जुड़ा हुआ है़ इसमें जिले के सबसे ऊपरी इकाई उपायुक्त से लेकर गांव में कार्य कर रही निचली इकाई स्वयंसेवक, सेविका-सहायिका, डीलर आदि को भी लगाया जा रहा है़ सभी कम से कम 10-10 असाक्षरों को साक्षर करने का काम करेंगे़
उन्होंने कहा कि गढ़वा जिले के 13.22 लाख की जनसंख्या में से करीब पांच लाख की आबादी को अभी भी अक्षर का ज्ञान नहीं है़ यहां साक्षरता दर 60.33 प्रतिशत है़ इसमें भी महिलाओं का साक्षरता दर मात्र 47 प्रतिशत के करीब है़ इसे कैसे शत-प्रतिशत करना है, इस पर सभी को सोचना होगा़ उन्होंने प्रेरकों को निर्देश दिया कि वे प्रत्येक गांव के जन प्रतिनिधि, शिक्षक, सहिया-सेविका, स्वयंसेवक आदि सभी की सूची बनाकर पांच दिन के अंदर जिला प्रशासन को उपलब्ध करायें, ताकि सभी के बीच जवाबदेही का बंटवारा किया जा सके़
उन्होंने कहा कि यदि इसी तरह से प्रयास होता रहा, तो तीन से चार साल के अंदर गढ़वा जिला शत-प्रतिशत साक्षर होगा़ इसके पूर्व डीपीएम संतोष तिवारी ने कहा कि गढ़वा जिले के 42 पंचायतों को अगस्त माह तक पूर्ण रूप से साक्षर करने के लिए चयनित किया गया है़ जिन लोगों का काम इसमें बेहतर होगा, उन्हें जिला से लेकर राज्य तक सम्मानित किया जायेगा़ इस अवसर पर एसआरसी पलामू के निदेशक अतिक जैदी ने भी विचार रखे़

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