दुमका में बढ़ी तपिश, पारा 40 डिग्री पहुंचा

अप्रैल में ही प्रचंड गर्मी, अभी मई-जून बाकी दुमका : सूर्य का तपिश लगातार बढ़ाता जा रहा है. अप्रैल महीने में ही प्रचंड गर्मी का असर दिखने लगा है. बेतहाशा गर्मी व लू के थपेड़ों ने पूरे शरीर को कपड़ों से ढकने पर मजबूर कर दिया है. बुधवार को शहर का तापमान 40 डिग्री तक […]

By Prabhat Khabar Print Desk | April 26, 2018 5:13 AM

अप्रैल में ही प्रचंड गर्मी, अभी मई-जून बाकी

दुमका : सूर्य का तपिश लगातार बढ़ाता जा रहा है. अप्रैल महीने में ही प्रचंड गर्मी का असर दिखने लगा है. बेतहाशा गर्मी व लू के थपेड़ों ने पूरे शरीर को कपड़ों से ढकने पर मजबूर कर दिया है. बुधवार को शहर का तापमान 40 डिग्री तक पहुंच चुका था. बाजार में पूरी तरह से सन्नाटा पसरा रहा. स्कूल और कॉलेज जाने वाले छात्र-छात्राएं सर से लेकर पांव तक अपने आप को ढकने को मजबूर थे. हालांकि दोपहर बाद धूप और छांव का खेल चलता रहा है, पर लोगों को गर्मी से राहत नहीं मिल पायी.
लोग गर्मी से बचने के लिए तरह-तरह के उपाय करते नजर आये. कोई शीतल पेय पदार्थ का सेवन कर रहा थे तो कोई गन्ना, डाभ का पानी और तरबूज से अपने आपको चिलचिलाती धूम से बचाने का प्रयास कर रहे थे. वहीं, कॉलेज की छात्राएं तेज धूप से बचने के लिए छाता के नीचे छुपते हुए नजर आयीं.
पेयजल की व्यवस्था नहीं, राहगीर परेशान
शहर के सड़कों पर पर्याप्त मात्रा में पेयजल की व्यवस्था नहीं होने से छात्र-छात्राओं सहित अन्य राहगीरों को काफी परेशानी हो रही है. छात्रा प्रिसकिला टुडू, सीता किस्कू, कलेवा किस्कू, रोजी टुडू ने कहा कि डीसी चौक से चार रास्ते आपस में बंट जाती है, लेकिन इन चारों रास्ते में एक भी चापाकल व आराम करने के लिए शेड का निर्माण नहीं कराया गया है. गर्मी में कोई भी छात्रा या बच्चे थक कर ठंडी छांव में आराम व पानी पीने को ललायित रहते हैं. इन दोनों में से कोई सुविधा उपलब्ध नहीं है. जिला प्रशासन को छात्रों के हित में सोच कर जगह-जगह पेयजल एवं यात्री शेड की व्यवस्था करनी चाहिए. समाज सेवी शेख नजिमउद‍्दीन ने कहा कि बंदरजोरी चर्च से लेकर बस स्टैंड तक पेयजल की कोई व्यवस्था नहीं है. इस रोड में संताल परगना महिला महाविद्यालय, राजकीय कन्या उच्च विद्यालय, उपायुक्त आवास एवं अन्य सरकारी कार्यालय है. इतनी घनी आबादी के बाबजूद सड़क के दोनों ओर एक भी चापाकल या स्टैंड पोस्ट की कोई व्यवस्था नहीं है. कहा कि डीसी चौक के आसपास एक सरकारी पेयजल की व्यवस्था होनी चाहिए.
डॉक्टर ने दी धूप से बचने की दी सलाह
सदर अस्पताल के डॉक्टर दिलीप कुमार भगत ने बताया कि तेज धूप जानलेवा हो सकता है. इस धूप से हमेशा बचने का प्रयास करना चाहिए. धूप का शिकार होने पर शरीर का तापमान 103 से 104 डिग्री तक पहुंच जाता है. लोग बेहोश भी हो सकते हैं. शरीर में किसी भी प्रकार से पानी की कमी नहीं होने देना चाहिए. इसके लिए ज्यादा से ज्यादा पानी का सेवन करें. साथ ही गन्ने का रस, तरबूज, खीरा, डाभ का पानी आदि का सेवन करते रहना चाहिए. ज्यादा जरूरी होने पर ही धूप में निकलें.
बोले पदाधिकारी
महिला कॉलेज व राजकीय महिला उच्च विद्यालय के अंदर एक-एक चापाकल है. कॉलेज से लेकर बस स्टैंड तक एक भी सरकारी नल व स्टैंड पोस्ट नहीं है. इसके लिए उच्च स्तरीय अधिकारी से बात की जायेगी. विभाग को चापाकल लगाने के लिए कोई फंड व आदेश प्राप्त नहीं है.
राजीव कुमार मिश्रा, कार्यपालक पदाधिकारी

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