धनबाद के अमन सिंह व सुजीत सिन्हा गिरोह के तीन लोग चढ़े पुलिस के हत्थे, फिल्मी अंदाज में इस प्रकार दिया अंजाम

चारपहिया दो वाहन से पुलिस शुक्रवार को झरिया कतरास मोड़ पहुंची और वहां कतरास थाना क्षेत्र में रहने वाले राजेश वरधावन को पकड़ा. राजेश कतरास मोड़ के पास सरकारी शौचालय के पास था. पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर लिया. इस दौरान उसने भागने का भी प्रयास किया. पूछताछ में वह पुलिस को अपना नाम गलत बताता रहा. इसके बाद पुलिस की टीम ने धनबाद थाना क्षेत्र के बाबूडीह स्थित एक अपार्टमेंट में छापेमारी की.

By Prabhat Khabar | July 10, 2021 9:05 AM

Jharkhand Crime News धनबाद : जिला में पिछले कुछ माह से लगातार रंगदारी, बमबाजी व गोलीबारी मामले में पुलिस शुक्रवार को अमन सिंह व सुजीत सिन्हा गिरोह से जुड़े तीन लोगों को कतरास मोड़ व धनबाद के बाबूडीह स्थित एक अपार्टमेंट से उठाया है. इनका नाम पीएलएफआइ से भी जुड़ रहा है. पुलिस तीनों से राजगंज थाना में पूछताछ कर रही है. दुग्दा पुलिस के साथ कतरास थाना की पुलिस ने जिला में कई स्थानों पर छापेमारी की.

सादे लिबास में पहुंची थी पुलिस :

चारपहिया दो वाहन से पुलिस शुक्रवार को झरिया कतरास मोड़ पहुंची और वहां कतरास थाना क्षेत्र में रहने वाले राजेश वरधावन को पकड़ा. राजेश कतरास मोड़ के पास सरकारी शौचालय के पास था. पुलिस ने उसे चारों तरफ से घेर लिया. इस दौरान उसने भागने का भी प्रयास किया. पूछताछ में वह पुलिस को अपना नाम गलत बताता रहा. इसके बाद पुलिस की टीम ने धनबाद थाना क्षेत्र के बाबूडीह स्थित एक अपार्टमेंट में छापेमारी की.

वहां घर की तलाशी ली गयी और दो लोगों को उठाया. उसके बाद तीनों को लेकर पुलिस की दोनों टीम टुंडी पहुंची. टुंडी में भी जगहों पर छापेमारी की गयी. वहां पुलिस को कुछ भी हाथ नहीं लगा. सूत्रों के अनुसार राजेश पहले भी जेल जा चुका है और इस दौरान उसके कई अपराधियों से संपर्क भी हुए.

कई गैंग से जुड़ है मामला :

पुलिस सूत्रों ने बताया कि राजेश व अन्य सहयोगियों का संपर्क राज्य के कई बड़े गिरोह के साथ है. पिछले साल बैंक मोड़ में कंप्यूटर व्यवसायी से रंगदारी मांगने वाले पीएलएफआइ के चूहा के संपर्क में भी ये लोग रह चुके हैं. जबकि अमन सिंह के लिए भी ये लोग काम करते हैं.

शूटर मंगवाने की सूचना :

कतरास मोड़ से राजेश के पकड़े जाने के बाद झरिया में यूपी से शूटर मंगवाने की बात सामने आ रही है. लोगों ने बताया : हाल के दिनों में कई आउटसोर्सिंग कंपनियों के मैनेजर व मालिक से रंगदारी मांगी जा रही थी और फोन कर धमकी दी जा रही थी. इस कारण जिला के एक आउटसोर्सिंग कंपनी के संचालक ने यूपी से शूटर मंगवाया है और उन्हीं लोगों की गिरफ्तारी हुई है. यह भी कहा जा रहा है कि डेको कंपनी के मैनेजर की रेकी करने के लिए राजेश आया था. यह काम वह अमन सिंह के इशारे पर कर रहा था. वह एक यूनियन प्रतिनिधि की भी रेकी में लगा था.

Posted By : Sameer Oraon

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