धनबाद में DVC ने मैथन इंटकवेल में इलेक्ट्रिक स्मार्ट फ्लो मीटर किया स्थापित, आज शाम से होगी जलापूर्ति

गुरुवार से जलापूर्ति अपने निर्धारित समय सुबह के वक्त से सुचारू हो जायेगी. पेयजल विभाग के अधिकारियों के अनुसार डीवीसी की ओर से मैथन स्थित इंटकवेल में इलेक्ट्रिक स्मार्ट फ्लो मीटर मंगलवार की शाम को स्थापित कर दिया गया.

By Prabhat Khabar | November 9, 2022 8:18 AM

धनबाद शहर के लोगों को नौ नवंबर की शाम से नियमित रूप से सप्लाइ पानी मिलने लगेगा. शहरी जलापूर्ति योजना अंतर्गत सभी 19 जलमीनारों से बुधवार की शाम को पानी छोड़ने का दावा पेयजल व स्वच्छता के अधिकारियों ने किया है. वही गुरुवार से जलापूर्ति अपने निर्धारित समय सुबह के वक्त से सुचारू हो जायेगी. पेयजल विभाग के अधिकारियों के अनुसार डीवीसी की ओर से मैथन स्थित इंटकवेल में इलेक्ट्रिक स्मार्ट फ्लो मीटर मंगलवार की शाम को स्थापित कर दिया गया. इससे पानी की सही मेजरमेंट हो पायेगा. मंगलवार देर रात इंटकवेल का मोटर शुरू कर दिया गया.

Also Read: बोकारो के दोरबार चट्टानी पुनाय थान में बोंगा बुरू के लिए श्रद्धालुओं की लगी कतार

विभाग के अधिकारियों के अनुसार बुधवार सुबह से धनबाद के भेलाटांड़ स्थित वाटर ट्रीटमेंट प्लांट तक पानी पहुंचना शुरू हो जायेगा. ट्रीटमेंट के बाद बुधवार शाम से सभी जलमीनारों में पानी छोड़ा जायेगा. बता दें कि मैथन स्थित इंटकवेल में इलेक्ट्रिक स्मार्ट फ्लो मीटर लगाने के कार्य को लेकर डीवीसी ने दो दिन का समय मांगा था. इस कार्य को लेकर दो दिन इंटकवेल से पानी सप्लाइ बंद रखने की घोषणा डीवीसी द्वारा की गई थी. हालांकि, 24 घंटे के अंदर ही डीवीसी ने मीटर स्थापित कर दिया.

मीटर बताएगा, कितना पानी भेजा गया धनबाद

इलेक्ट्रिक स्मार्ट फ्लो मीटर पूरी तरह डिजिटलाइज है. जीपीएस युक्त इस मीटर के जरिए पता लगाया जा सकता है कि मैथन से धनबाद के लिए कितना पानी छोड़ा गया. डीवीसी मुख्यालय कोलकाता से लेकर हर कार्यालय में बैठे अधिकारी एक क्लिक पर पानी छोड़ने की पूरी जानकारी इस मीटर के जरिये हासिल कर सकेंगे.

पानी के लिए तरसी साढ़े चार लाख की आबादी

मंगलवार को जलापूर्ति ठप रही. 19 जलमीनार से धनबाद शहर के लगभग साढ़े चार लाख आबादी को पानी मिलता है. ऐसे में जलापूर्ति ठप रहने से लोगों को पानी के लिए तरसना पड़ृा. लोगों के रोजमर्रा के कार्य प्रभावित हुए. वही शहर के कई इलाकों में रहने वाले लोगों को पानी खरीदना पड़ा. जलापूर्ति नहीं होने का असर आम लोगों के साथ होटल संचालकों पर सीधे तौर पर पड़ा. बड़ी आबादी को आस-पास के चापाकलों पर निर्भर रहना पड़ा.

डीवीसी की ओर से मीटर लगाने का कार्य पूरा कर लिया गया है. डीवीसी ने देर रात इंटकवेल से धनबाद के लिए पानी छोड़ने की बात कहीं है. बुधवार को मैथन से धनबाद पहुंचने वाले रॉ वाटर का ट्रीटमेंट करने का कार्य शुरू कर दिया जायेगा. शाम से धनबाद के लोगों को पानी मिलने लगेगा.

-मनीष कुमार, कार्यपालक अभियंता, पेयजल एवं स्वच्छता विभाग

Next Article

Exit mobile version