Dhanbad Land Case : आमाघाटा मौजा सरकारी जमीन पर कब्जा जमाने के मामले में 74 बिल्डरों को नोटिस, कागजात नहीं प्रस्तुत करने वालों पर होगी कार्रवाई

पिछले दिनों प्रशासन ने 74 घरों व भू-खंडों पर इश्तेहार चिपका कर इनके दावेदारों को कागजात प्रस्तुत करने की हिदायत दी थी. अंचल अधिकारी प्रशांत कुमार लायक ने कहा कि आमाघाटा मौजा की खाता संख्या-28, प्लॉट संख्या 187 में सरकारी भूमि का अतिक्रमण करने वाले 74 व्यक्तियों में 20 ने जमीन से संबंधित कागजात अपने अधिवक्ता, निकट के लोगों या खुद आकर कार्यालय में जमा किया.

By Prabhat Khabar | March 5, 2021 9:23 AM

Jharkhand News, Dhanbad News धनबाद : धनबाद अंचल के आमाघाटा मौजा के सुगियाडीह इलाके में सरकारी जमीन पर कब्जे की दस्तावेजी जांच शुरू हो गयी है. अंचल कार्यालय ने 74 लोगों को जमीन संबंधी कागजात गुरुवार को उपलब्ध कराने का आदेश दिया था. अधिकारियों की चेतावनी का असर यह रहा कि इन 74 लोगों में से महज 20 ही आज सदर अंचल कार्यालय पहुंचे. इनमें बिल्डर अरुण सिंह व अन्य लोग शामिल थे. इन 20 लोगों ने अपनी जमीन पर दावा करते हुए इससे संबंधित कागजात प्रस्तुत किया.

पिछले दिनों प्रशासन ने 74 घरों व भू-खंडों पर इश्तेहार चिपका कर इनके दावेदारों को कागजात प्रस्तुत करने की हिदायत दी थी. अंचल अधिकारी प्रशांत कुमार लायक ने कहा कि आमाघाटा मौजा की खाता संख्या-28, प्लॉट संख्या 187 में सरकारी भूमि का अतिक्रमण करने वाले 74 व्यक्तियों में 20 ने जमीन से संबंधित कागजात अपने अधिवक्ता, निकट के लोगों या खुद आकर कार्यालय में जमा किया.

इन कागजातों की जांच शुरू कर दी गयी है. जांच के बाद ही किसी मामले में आगे की कार्रवाई की जायेगी. श्री लायक ने कहा कि जिन 54 लोगों ने जमीन से संबंधित कोई दस्तावेज जमा नहीं किया है या अपना पक्ष नहीं रखा है, उन पर नियमानुसार कार्रवाई की जायेगी. दो मार्च को धनबाद अंचल प्रशासन ने यह इश्तेहार चिपकाया था. अंचल प्रशासन का कहना था कि उपरोक्त भूमि से संबंधित किसी का कोई दावा है, तो चार मार्च को राजस्व दस्तावेजों के साथ अंचल कार्यालय में उपस्थित होकर समर्पित करें, ताकि उनके राजस्व कागजातों की नियमानुसार जांच की जा सके.

जिस कार्यालय पर आरोप, वही कर रहे जांच

आमाघाटा माैजा में कई लोगों के नाम सरकारी जमीन की रजिस्ट्री कर दी गयी है और उसका म्यूटेशन भी कर दिया गया है. म्यूटेशन अंचल कार्यालय से किया गया है. यह मामला धनबाद अंचल का ही है. सवाल उठ रहे हैं कि जिस कार्यालय पर गड़बड़ी का आरोप, वही कैसे इसकी जांच कर सकता है?

Posted By : Sameer Oraon

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