झरिया : अग्नि प्रभावित झरिया थाना क्षेत्र के फुलारीबाद के इंदिरा चौक पर बुधवार की सुबह अचानक बने गोफ में समाये बबलू खान व उनके पुत्र रहीम खान गुरुवार का दूसरे दिन भी पता नहीं चला. आज पूर्वाह्न 11 बजे रांची से नेशनल डिजास्टर रिस्पॉन्स फोर्स (एनडीआरएफ) की 12 सदस्यीय टीम भू-धंसान स्थल पर पहुंची. सबसे पहले टीम ने लोदना क्षेत्र के जीएम माइनिंग बीएन सिंह से खदान व घटनास्थल की भौगोलिक स्थिति की जानकारी ली.
नेतृत्व कर रहे सरोज कुमार व अन्य सदस्यों ने गोफ स्थल का जायजा किया. एनडीआरएफ की टीम ने बस्ताकोला से माइंस रेस्क्यू टीम को बुलवाया. दोनों आपदा प्रबंधन एजेंसियाें के सदस्य यंत्र के साथ गोफ के मुहाने तक पहुंचे. वहां गोफ से निकल रही गैस की तीव्रता की जांच की. बाहर निकल रही गैस का तापमान 85 डिग्री सेल्सियस था. वहीं मुहाने के अंदर का तापमान 97 डिग्री सेल्सियस था. उच्च स्तरीय तापमान तथा खतरे वाली स्थिति देख एनडीआरएफ ने आगे बचाव कार्य करने से साफ इनकार कर दिया.
टीम लीडर सरोज कुमार ने बताया कि इतने गर्म तापमान में बचाव कार्य करना संभव नहीं है. इसके बाद टीम के सदस्य बाहर आ गये. मौके पर मौजूद एसडीएम राकेश कुमार ने एनडीआरएफ के समक्ष बबलू खान के परिजन को बुलवाया. कहा कि अब इसमें कुछ नहीं किया जा सकता है. इस पर परिजन रोते हुए अपने घर चले गये.