घटना के समय दारोगा संतोष रजक हरिहरपुर थाना के प्रभारी थे. इस घटना के तार तोपचांची थाना परिसर में इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत की घटना से जुड़ने के बाद सरकार ने दारोगा संतोष रजक और डीएसपी बाघमारा मनजरुल होदा को निलंबित कर दिया था. साथ ही ट्रक चालक को गोली मारने, तोपचांची थाना में दर्ज कथित मुठभेड़ की प्राथमिकी और इंस्पेक्टर उमेश कच्छप की मौत को लेकर दर्ज मामले की जांच का जिम्मा सीआइडी को सौंपा दिया था.
उल्लेखनीय है कि 13 जून 2016 की रात डीएसपी मनजरुल होदा के नेतृत्व में पुलिस की टीम मवेशी लदे ट्रकों को रोक कर चेक कर रही थी. इसी दौरान बनारस से आ रही एक ट्रक तेजी से निकल गया. ट्रक पर मांस लदा हुआ था. तब डीएसपी के नेतृत्व में पुलिस की टीम ने ट्रक का पीछा किया. राजगंज पुलिस ने जीटी रोड पर वाहन की जांच शुरू की, जिससे वहां वाहनों की लाइन लग गयी थी. इसी दौरान मांस लदा ट्रक वहां पहुंचा. ट्रक का चालक एक तरफ और खलासी दूसरी तरफ भागने लगा था. संतोष रजक ने चालक मो नाजिर को पकड़ा था. फिर चालक के सिर में गोली लग गयी थी.