धनबाद: कोल माइंस ऑफिसर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (सीएमओएआइ) की ओर से प्रस्तावित कोल इंडिया अधिकारियों की तीन दिवसीय हड़ताल स्थगित हो गयी है. सीएमओएआइ के महासचिव पीके सिंह ने बताया कि कोल इंडिया प्रबंधन के साथ चली मैराथन बैठक के बाद इस संबंध में फैसला लिया गया.
कोल इंडिया प्रबंधन की ओर से संगठन को बताया गया कि उनके परफॉरमेंस रिलेटेड पे (पीआरपी) की मांग के तहत आठ सदस्यीय सचिवों के समूह ने गत 12 मार्च को ही सिफारिश को कैबिनेट को भेज दिया है.
इस बाबत अब कैबिनेट ही फैसला लेगा. इसमें आमतौर पर दो से छह हफ्ते का वक्त लगता है. हालांकि लोकसभा चुनाव की घोषणा होने के बाद अब इस बाबत चुनाव आयोग की ओर से मंजूरी मिलने के बाद ही कैबिनेट द्वारा फैसला किया जा सकता है. श्री सिंह ने बताया कि रात करीब 9.15 बजे से तड़के तीन बजे तक चली इस बैठक में कोल इंडिया चेयरमैन एस नरसिंह राव के अलावा कोल इंडिया के सभी सब्सिडियरी के अध्यक्ष व सचिव शामिल थे. प्रबंधन का कहना था कि हड़ताल को वापस लेने की बजाय उसे स्थगित किया जाये. इससे मांगों के न माने जाने की सूरत में हड़ताल पर फिर से जाने का विकल्प उनके सामने खुला रहेगा.
इस पर भी हुआ विचार
वेतन विसंगति के मामलों के कारणों व इनकी प्रकृति की जांच करने एक समिति का गठन किया जायेगा. अप्रैल में बैठक बुलायी जायेगी, जिसमें कैरियर विकास संबंधी सभी मामलों पर विस्तार से चर्चा होगी. बैठक में अध्यक्ष सीआइएल एन नरसिंम्हा राव, डीपी सीआइएल आर मोहन दास, और यूनियन की ओर से सीएमओएआइ के पीके सिंह, यू दास, आनंद सिंह और बीसीसीएल शाखा के महासचिव भवानी बंद्योपाध्याय, अध्यक्ष सुधांशु दुबे, सीएमपीडीआइएल के ए वी सहाय आदि थे.