धनबाद: ‘स्कूल चलें चलाएं’ अभियान का मामला हो या साफ-सफाई, पढ़ाई की बात हो या बच्चों को मिलने वाले मध्याह्न भोजन की ही. कुछ चुनिंदा स्कूलों को इन सभी मामलों को लेकर बेहतर बनाया जा रहा है. कोशिश की जा रही है कि कहीं कोई कसर न रह जाये. दरअसल स्कूल चलें चलायें अभियान की स्थिति का जायजा लेने शिक्षा मंत्री 24 अप्रैल को धनबाद पहुंचेंगी.
इससे पहले 22 अप्रैल को झारखंड शिक्षा परियोजना के राज्य परियोजना निदेशक मुकेश कुमार धनबाद आयेंगे. यही वजह है कि बुधवार को डीएसइ विनीत कुमार एवं उनकी टीम चुनिंदा स्कूलों में पहुंची. अभियान से लेकर तमाम सुविधाओं का जायजा लिया और जरूरी निर्देश भी दिये. इस तरह कुछ चुनिंदा स्कूलों को विभाग की मंत्री के जायजा लेने के लिए तैयार करना कई सवाल खड़े करता है.
इन स्कूलों में गयी टीम : मध्य विद्यालय इंडस्ट्री झरिया, प्राथमिक विद्यालय हेटलीबांध, मवि एससी रेलवे भागा, मवि बरारी कोलियरी, नया प्रावि चासनाला, मवि अपरकांड्रा आदि.
चुनिंदा स्कूल ही क्यों
मंत्री के दौरे को लेकर दो वाहनों से डीएसइ की पूरी टीम बुधवार को स्कूलों को बेहतर बनाने में जुटी रही. सवाल उठता है कि केवल चुनिंदा स्कूल ही क्यों. सभी स्कूलों को बेहतर आखिर कब बनाया जायेगा. चुनिंदा स्कूलों के बच्चे ही बेहतर शिक्षा व सुविधा पाने के हकदार हैं? हालांकि यह पहली बार नहीं, पहले के पदाधिकारियों ने भी ऐसा ही किया है.
करोड़ों हो रहे खर्च : चुनिंदा ही नहीं, अधिकांश स्कूलों में हर महीने हजारों रुपये वेतन के रूप में पाने वाले शिक्षक हैं. लाखों रुपये के भवन हैं और वहां चल रही योजनाओं पर भी मोटी रकम खर्च की जा रही है. करोड़ों खर्च करने के बाद स्कूलों को बेहतर स्थिति में लाने की पहल कब होगी?
मंत्री जी आ रही हैं, इसलिए हमलोग स्कूल गये थे, ऐसा बिल्कुल नहीं है. स्कूल चलें चलायें अभियान का जायजा लेने गये. जिले के सभी स्कूल बेहतर स्थिति में हैं.
विनीत कुमार, डीएसइ