धनबाद: पूर्व डिप्टी मेयर नीरज सिंह हत्याकांड में तह तक जाने व मास्टर माइंड व असली कातिल तक पहुंचने के लिए पुलिस को टेक्निकल अनुसंधान व फोरेंसिक अनुसंधान का ही सहारा बचा है. पुलिस अफसरों का कहना है कि इस तरह के अनुसंधान से ही हत्याकांड में शामिल कई लोगों तक पुलिस पहुंची चुकी है. मोबाइल कॉल डिटेल के आधार पर ही पुलिस ने पिंटू सिंह, धनजी सिंह व संजय सिंह को पकड़ा और जेल भेजा है.
टेक्निकल व फोरेंसिक अनुसंधान
पिंटू तो मामले में नामजद भी है. मामले में नामजद विधायक संजीव सिंह, महंथ पांडेय व गया सिंह से पुलिस पूछताछ कर उन्हें छोड़ चुकी है. विधायक को थाना बुलाकर पूछताछ कर दो घंटे में ही मुक्त कर दिया गया. महंथ व गया तीन दिनों तक पुलिस हिरासत में रहे. पुलिस जांच में दोनों का मोबाइल लोकेशन घटनास्थल पर नहीं मिला है. एफआइआर में विधायक के साथ इन दोनों को भी घटनास्थल पर दिखाया गया है. मामले में नामजद विधायक के भाई मनीष से भी पुलिस पूछताछ करेगी.
पुलिस मामले में दो विदेशी हथियार की बरामदगी को भी उपलब्धि मान रही है. नीरज समेत चार लोगों की हत्या में नाइन एमएम की गोली प्रयुक्त हुई है. यह गोली पिस्टल या कारबाइन में ही लगती है. बरामद पिस्टल की जांच में अगर फायरिंग की पुष्टि हो जाती है तो नीरज हत्याकांड में उसके उपयोग से जोड़ा जायेगा. बरामद गोली व खोखा का भी मिलान होगा. पुलिस ने प्रशांत व मोनू का मोबाइल कॉल डिटेल भी खंगाला है. कॉल डिटेल के आधार पर मिलान किया जा रहा है कि दोनों 21 मार्च को कहां थे. पुलिस मैंशन के करीबी लगभग दो दर्जन लोगों का मोबाइल कॉल डिटेल खंगाल रही है.
देर रात लौटा रंजय के दोस्त का भाई
धनबाद. विधायक संजीव सिंह के खासमखास रहे स्व रंजय सिंह के दोस्त का भाई झरिया सिंह नगर निवासी सूरज राम गुरुवार की देर रात घर लौट गया. सूरज को तीन दिन पहले पुलिस नीरज हत्याकांड में पूछताछ के लिए उठाकर लायी थी. सूरज की मां ने एसएसपी को ऑन लाइन शिकायत की थी.