धनबाद में बिखरते पारिवारिक ताना-बाना के बीच टूट रहे हैं रिश्ते, 10 माह में आये इतने आवेदन

धनबाद के महिला थाना में इस जनवरी 2022 से 10 नवंबर 2022 के बीच विवाद को लेकर 935 आवेदन आये. तरह-तरह के आरोप वाले इन आवेदनों में सबसे ज्यादा संख्या सास-बहू, पति-पत्नी विवाद और यौन शोषण के थे.

By Prabhat Khabar | November 16, 2022 9:36 AM

Dhanbad News: जिंदगी की तेज रफ्तार व बदलाव के इस दौर में सबसे ज्यादा होड़ इस बात को लेकर है कि कौन किससे आगे है. इस प्रतिस्पर्धा ने संयम और धैर्य की बली ले ली है. इसमें सबसे ज्यादा प्रभावित हुआ है पारिवारिक ताना-बाना. छोटी-छोटी बातों पर लड़ाई और रिश्तों को कुरबान करने में भी कोई पीछे नहीं रह रहा. हालात किस कदर प्रभावित हुए हैं इसे जानने की कोशिश की प्रभात खबर ने, तो जो बातें निकल कर सामने आयीं वो परेशान करने वाली थीं. धनबाद के महिला थाना में इस जनवरी 2022 से 10 नवंबर 2022 के बीच विवाद को लेकर 935 आवेदन आये. तरह-तरह के आरोप वाले इन आवेदनों में सबसे ज्यादा संख्या सास-बहू, पति-पत्नी विवाद और यौन शोषण के थे.

हालांकि अधिकतर मामले समझा-बुझा कर या फिर कानून का भय दिखा कर सुलझा लिये गये, बावजूद इसके 48 मामलों में प्राथमिकी दर्ज करनी पड़ी. नाम नहीं छापने की शर्त पर पुलिसकर्मियों ने बताया कि थोड़ी सी समझदारी या फिर बात सुनने की क्षमता होती और परिवार का साथ होता तो ऐसी बातें सामने आती ही नहीं.

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रोज आती हैं दो से तीन शिकायतें

महिलाओं के शोषण, प्रताड़ना व दहेज संबंधी मामले सुलझाने के लिए महिला थाना बना था. महिला थाना में महिलाओं को अपनी बातों को रखने में सुविधा होती है. अपना पक्ष खुलकर नि:संकोच रखती हैं. जानकारी के अनुसार प्रतिदिन तीन से चार आवेदन आ रहे हैं.

48 मामलों में दर्ज हुई प्राथमिकी, बाकी को समझा-बुझा कर सुलझाया

विवाद कैसे-कैसे

जानकारी के अनुसार सास-बहू के बीच के विवाद में कई मामले सुबह जगने के हैं, तो कुछ में पारिवारिक संस्कार के नाम पर परेशान करने का आरोप लगाया गया है. पति-पत्नी के बीच भी अहंकार का ही मामला सामने आया, तो लड़कियों के मामले में सबसे ज्यादा यौन शोषण के मामले थे तो उसमें प्यार और तरकार ज्यादा कारण रहा. कम उम्र की लड़कियों के मामले ज्यादा रहे. लीवइन के मामले ज्यादा हैं.

ऐसे की जाती है कार्रवाई

महिला थाना में आने वाले आवेदन पर दोनों पक्ष को थाना बुलाकर काउंसेलिंग की जाती है. आरोपी के पास तीन नोटिस भेजा जाता है. तीन नोटिस के बाद भी आरोपी उपस्थित नहीं होता है, तो थाना से टीम स्पॉट पर जाकर जांच करती है. इसके बाद दूसरे पक्ष के कहने पर एफआइआर दर्ज की जाती है.

किस तरह के मामले में कितने आवेदन

  • यौन शोषण 300 मामले

  • सासू बहू विवाद 249 मामले

  • पति-पत्नी विवाद 235 मामले

केस स्टडी वन

एक माॅल में काम करने वाली युवती ने साथ करने वाले एक युवक पर यौन शोषण का आरोप लगाया है. शादी करने का वादा कर उसके साथ संबंध बनाये. शादी का दबाव बनाने पर युवक मुकर गया. युवती ने युवक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी है.

केस स्टडी टू

शहर की रहनेवाली महिला ने अपने पति पर मारपीट करने, बच्चों को जान से मारने की धमकी देने का आरोप लगाया है. इस मामले में पुलिस का माना है कि मामला अविश्वास का है.

केस स्टडी तीन

एक अन्य मामले में एक महिला ने अपने पति पर मारपीट और परेशान करने का आरोप लगाया है. इस मामले में भी पुलिस आगे जा रही है.

रिपोर्ट : सत्या राज, धनबाद

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