बैठक में परियोजना पदाधिकारी (आधार) ने बताया कि आधार कार्ड बनाने के लिए बच्चे के किसी एक अभिभावक का आधार कार्ड एवं उस अभिभावक की उपस्थिति आवश्यक होगी. इसके अलावा बच्चे का जन्म प्रमाण-पत्र या हेल्थ कार्ड या अस्पताल का डिस्चार्ज स्लीप में से एक का होना अनिवार्य है. उपायुक्त ने अधिक से अधिक बच्चों का आधार कार्ड बनाने का निर्देश दिया. जिला समाज कल्याण पदाधिकारी चरणजीत सिंह ने बताया कि 282 स्थानों पर आंगनबाड़ी केंद्र बनाया जाना था, जिसमें 226 स्वीकृत है. इसमें 190 का काम चल रहा है.
उपायुक्त ने कहा कि लंबित मामलों की स्थल जांच कर समस्या का निराकरण करें. बैठक में जीवन ज्योति योजना, लक्ष्मी लाडली योजना, मुख्यमंत्री कन्यादान योजना आदि की भी समीक्षा की गयी. मौके पर प्रशिक्षु आइएएस माधवी मिश्रा, बाल विकास परियोजना पदाधिकारी, विभिन्न परियोजनाओं की पर्यवेक्षिका तथा अन्य संबंधित पदाधिकारी उपस्थित थे.