धनबाद: नगर निकाय में समायोजन को लेकर वांछित ऑप्शन फॉर्म अब माडा कर्मियों को हर हाल में भरना होगा. एमडी रवींद्र सिंह ने इस मामले में कर्मियों की कोताही पर कड़ी नाराजगी जतायी. कहा : प्रबंधन इसके लिए अब कर्मियों पर दबाव बनायेगा.
क्या है एमडी का निर्देश : कर्मियों की कोई भी मांग तभी सुनी जायेगी जब वे संबंधित फॉर्म भर देंगे. बुधवार को अपने कक्ष में एमडी ने विभागीय अधिकारियों से संबंधित ऑप्शन फॉर्म कर्मियों से भरवाने का आदेश निर्गत करने को कहा. आदेश पर अमल नहीं होने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई के तहत उनके वेतन भी बंद किये जायेंगे. विदित हो कि नगर विकास विभाग रांची ने सितंबर 2013 में ही संबंधित ऑप्शन फॉर्म माडा को भेज कर उसे कर्मियों से भरवा कर मांगा था. पांच माह बीत चुके हैं अब तक किसी भी कर्मी ने फॉर्म नहीं भरा .
अब कर्मियों को भी आपत्ति नहीं : प्राधिकार कर्मचारी संघर्ष समन्वय समिति के संयोजक देवेंद्र नाथ दूबे ने बताया कि मंगलवार को एमडी ने जो ऑप्शन फॉर्म दिखाया उसे भरने में कर्मियों को कोई परेशानी नहीं. दबाव की कोई जरूरत नहीं है. माडा कर्मी अब स्वेच्छा से फॉर्म भरेंगे. आपत्तिजनक अंश फॉर्म से गायब है.
पहले क्या था फॉर्म में : नगर निकाय में काम करने के इच्छुकों को 38 निकायों में से मन पसंद को चुनना था. दूसरा ऑप्शन वीआरएस लेने संबंधी तथा तीसरा ऑप्शन माडा में ही काम करने की इच्छा का विकल्प था. तीन ऑप्शन के अलावे कर्मियों को अपनी नियुक्ति व सेवा से संबंधित तथ्य भरने थे. अंतिम कुछ आपत्तिजनक अंश तथ्यों की सत्यता से संबंधित स्पष्टीकरण था. मेरी नियुक्ति सक्षम प्राधिकार द्वारा स्वीकृत पद के आधार पर की गयी है. इसी स्पष्टीकरण में तथ्यों की असत्यता की स्थिति में कार्रवाई का उल्लेख था.
अब क्या है फॉर्म में : देवेंद्र नाथ दूबे ने बताया कि नये फॉर्म में घोषणा के बाद के तथ्य गायब हैं. इस पर कर्मियों को आपत्ति थी. उन्होंने कहा कि स्पष्ट है कि यह कारस्तानी स्थानीय स्तर पर गयी.