धनबाद: मार्क्सवादी समन्वय समिति ने इलेक्ट्रोस्टील में विस्थापितों के आंदोलन के संबंध में सांसद पशुपति नाथ सिंह द्वारा दिया गया बयान कि लाल-झंडा के लोग उद्योग बंद कराते हैं, पर पलटवार किया है. मासस ने इसे हास्यास्पद बताते हुए आश्चर्य प्रकट किया है.
शुक्रवार को पार्टी की हीरापुर में हुई बैठक में केंद्रीय महासचिव हलधर महतो ने कहा कि सांसद उलटा चोर कोतवाल को डांटे वाली कहावत को चरितार्थ कर रहे हैं. कहा कि चंदनकियारी स्थित इलेक्ट्रो स्टील में विस्थापितों की लड़ाई जहां मासस कर रही है, वहीं भाजपा कंपनी के पक्ष में सड़क पर उतर रही है.
इसी से पता चलता है कि भाजपा वहां मासस के आंदोलन व जन उभार से डर गयी है और माननीय सांसद हताश होकर बयानबाजी कर रहे हैं. विधायक अरूप चटर्जी के नेतृत्व मे विस्थापितों की हक की लड़ाई जमीन पर लड़ी रही है. क्या सांसद श्री सिंह यह जवाब दे सकते हैं कि विस्थापितों के हक के लिए एक बार भी संसद में आवाज नहीं उठायी. सभी लोग जानते हैं कि किसके कार्यकाल मे उद्योग बंद हुआ. एनडीए के कार्यकाल में सिंदरी एफसीआइ, टुंडू जिंक फैक्टरी का क्या हाल हुआ, जनता इसे देख रही है.
झारखंड सरकार में श्री सिंह उद्योग एवं शिक्षा मंत्री रहे. पर न तो विश्वविद्यालय और न ही उद्योग हित में कुछ काम कर पाये. श्री महतो ने सांसद को चुनौती देते हुए कहा कि लाल झंडा के कारण अगर कोई उद्योग बंद हुआ है तो उसका नाम बताये. जनता को भाजपा से सावधान रहने की अपील करते हुए उन्होंने कहा कि अगर भाजपा का शासन देश में आया तो अन्य उद्योगों की हालत भी सिंदरी जैसी होगी. बैठक की अध्यक्षता सुभाष प्रसाद सिंह ने की. जबकि इसमें सुभाष चटर्जी, बिंदा पासवान, सम्राट चौधरी, बुटन सिंह, राम प्रसाद सिंह, दिनेश महतो, राजेंद्र तुरी, हरेंद्र निषाद, राजेश बिरूआ आदि शामिल थे.